हमीरपुर: भोरंज भाजपा ने पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार के सरंक्षण में हो रही हिंसा के तांडव के खिलाफ राष्ट्रपति को एसडीएम राकेश शर्मा के माध्यम से ज्ञापन भेजा है. 2 मई 2021 को पश्चिम बंगाल के चुनाव परिणामों में ममता बनर्जी की हार और तृणमूल कांग्रेस की जीत के बाद ही तृणमूल सरकार के संरक्षण में हिंसा का तांडव और खून की होली खेलकर जीत का जश्न मनाया जा रहा है.
अभी तक बंगाल में हुई हिंसा की घटनाओं में कई भाजपा कार्यकर्ताओं की जान गई है. कई जगह भारतीय जनता पार्टी के जिला और स्थानीय कार्यालयों को आग के हवाले किया गया है. वहीं, कई जगह आम लोगों के घरों पर हमले किए गए हैं.
हिंसा पर राज्यपाल ने व्यक्त की चिंता
हिंसा का तांडव इतना विकराल है कि पश्चिम बंगाल के महामहिम राज्यपाल ने भी अपना वक्तव्य देकर इस पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त की है. ममता बनर्जी की तृणमूल सरकार के कार्यकाल में अब तक 140 से अधिक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हुई है. लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई भी उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है.
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ममता बनर्जी बनी मूकदर्शक
हैरानी की बात यह है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हत्यारों के खिलाफ मूकदर्शक बनकर इन सभी हिंसक घटनाओं की गवाह बन रही है. लेकिन उन्होंने न तो इसकी निंदा की है ना ही प्रशासन को गुंडा तत्वों पर अभी तक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
राष्ट्रपति शासन की मांग
भारतीय जनता पार्टी इन हिंसक घटनाओं को देखते हुए पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग करती हैं. भारतीय जनता पार्टी हिमाचल प्रदेश मांग करती है कि पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसक घटनाओ के नियंत्रण हेतु केंद्रीय सुरक्षा बल भेजे जाए. पश्चिम बंगाल में हुई सभी हिंसक और आगजनी की घटनाओं पर सीबीआई जांच की जाए. प्रभावित परिवारों को सुरक्षा की व्यवस्था व उचित आर्थिक सहित प्रदान की जाए.
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