हमीरपुर: लॉकडाउन की वजह से बच्चे घरों के बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. ऐसे में जिला हमीरपुर के राजकीय वरिष्ठ विद्यालय भरेड़ी के छात्रों को घर में खेल के अलावा रचनात्मक कार्य करना काफी पसंद आ रहा है. स्कूलों में बच्चों की नए सत्र की कक्षाएं शुरू होनी थी, लेकिन कोरोना के खतरे को देखते हुए शिक्षा विभाग ने स्कूलों में छुट्टियां करने का फैसला लिया.
ऐसे में कुछ दिन तो बच्चों का बंद कमरे में टीवी या मोबाइल से मन बहल गया, लेकिन अब बच्चों को दिन काटना मुश्किल होने लगा था. कई परिवार बच्चों के लिए तरह-तरह के प्रयास कर रहे हैं, ताकि उनका मन भी लग जाए और वो कुछ सीख भी लें. राजकीय वरिष्ठ विद्यालय भरेड़ी के प्रधानाचार्य रमेश चंद ठाकुर व एनसीसी प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि स्कूल के छात्र लॉकडॉउन में पढ़ाई के साथ ड्राइंग व मॉडल बना रहे हैं और घर में मिले समान या रद्दी से क्राफ्ट भी तैयार कर रहे हैं.
प्रधानाचार्य ने बताया कि नन्हें छात्र घर बैठे गणेश की मूर्ति, पेपर से मॉडल चित्र, सीनरी इत्यादि बना रहे हैं. परिजनों के इस प्रयास से स्कूल के छात्र नई-नई चीजें सीख रहे हैं. छात्र रचनाओं की फोटो खींचकर अध्यापकों भेज रहे हैं. इसके साथ ही कुछ बच्चे यू ट्यूब से डांस के स्टेप सीख रहे हैं. इसी के साथ-साथ बच्चे यूट्यूब से योग क्रियाएं भी सीख रहे हैं और अपना इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहे हैं.
भोरंज के बच्चे लॉकडाउन का पूरा लाभ उठा रहे हैं और अन्य लोगों को भी इस खाली समय का सदुपयोग करने की शिक्षा दे रहे हैं. इस समय में अलग-अगल चीजें सीखाने से बच्चों की रूचियों के बारे में भी परिजन जागरूक हो रहे हैं. ये कलाएं जीवन भर बच्चों के काम आएंगी. इस तरह की गतिविधियों से पूरा दिन बच्चों का मन घर पर लगा रहता है. इस कठिन समय में बच्चों के मनोरंजन का ये बेहतरीन विकल्प है.
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