हमीरपुरः जिला भर में इन दिनों एनीमिया के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूल और ग्राम पंचायतों के भवन जागरूगता शिविर का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में ग्राम पंचायत भगेटु में आंगनबाड़ी केंद्र द्रौंजला में एनीमिया बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए एक शिविर का आयोजन किया गया.
एनीमिया की जांच
इसमें बच्चों और किशोरियों और महिलाओं की एनीमिया जांच भी की गई. इस शिविर के दौरान आंगनबाड़ी में एकत्र स्थानीय महिलाओं और किशोरियों को पौष्टिक आहार लेने के प्रति जागरूक किया गया. आयुर्वेद विभाग मेडिकल अफसर कंवर कौशल ने एनीमिया से जुड़ी जानकारियां साझा की.
जिलाभर में चल रहा एनीमिया जागरूगता शिविर
मेडिकल ऑफिसर आयुर्वेद डॉक्टर कंवर कौशल ने कहा कि एनीमिया जागरूगता शिविर में छह माह से दस साल तक के बच्चों, 11 से 18 साल तक की किशोरियों और 41 वर्ष तक की गर्भवती महिलाओं के एनीमिया की जांच इन शिविरों में की जा रही है.
इसके साथ ही जिन लोगों में एनीमिया के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उन्हें सलाह और दवाई भी दी जा रही है. इस कड़ी में ऐसे मरीजों को तीन माह के लिए माॅनिटर भी किया जाएगा.
बच्चों, किशोरियों, महिलाओं समेत बुजुर्गों की हो रही जांच
बच्चों, किशोरियों और महिलाओं की जांच के साथ ही शिविर में बुजुर्गों की एनीमिया की जांच की जा रही है. विदित है कि महिलाओं में एनीमिया की दिक्कत देखने को मिलती है. इस वजह से इस तरह के शिविरों का महत्व और बढ़ जाता है. जिला में आने वाले दिनों और हर क्षेत्र में इस तरह के शिविरों का आयोजन किया जाएगा.
क्या होता है एनीमिया
एनीमिया का अर्थ है, शरीर में खून की कमी होना. हमारे शरीर में हिमोग्लोबिन एक ऐसा तत्व है, जो शरीर में खून की मात्रा बताता है. पुरुषों में इसकी मात्रा 12 से 16 प्रतिशत और महिलाओं में 11 से 14 के बीच होना चाहिए. एनीमिया तब होता है, जब शरीर के रक्त में लाल कणों या कोशिकाओं के नष्ट होने की दर, उनके निर्माण की दर से अधिक होती है.
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