शिमलाः सात चरण लंबे चुनावी संग्राम पर विराम लगने के बाद एग्जिट पोल ने एनडीए की सरकार बनने के आसार जताए हैं. एग्जिट पोल ने हिमाचल में भी भाजपा के खाते में चार की चार सीटें आने की बात कही है. ऐसे में हिमाचल के राजनीतिक गलियारों में ये सवाल तैरने लगा है कि एनडीए की सरकार बनने के बाद क्या अनुराग ठाकुर टीम नरेंद्र मोदी का हिस्सा बनेंगे?
ये चर्चा इसलिए भी है कि अमित शाह ने हिमाचल में एक चुनावी रैली में जनता से कहा कि अनुराग ठाकुर को जिताकर चौथी बार संसद पहुंचाओ, इस युवा नेता को फिर बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी. अमित शाह ने 12 मई की बिलासपुर रैली में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि अनुराग ठाकुर ने खेलों के क्षेत्र में बेहतर काम किया.
उन्होंने अनुराग को छोटा भाई बताया और कहा कि जीतने पर उसे बड़ा नेता बनाऊंगा. अमित शाह की बिलासपुर रैली के बाद से ही हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में भाजपा समर्थकों के बीच उत्साह की लहर है. खुद अनुराग ठाकुर व उनके पिता तथा पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल ने दावा किया है कि इस बार की जीत पहले से बड़ी होगी.
अब एग्जिट पोल के संकेतों ने भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्साह को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है. यही नहीं, अनुराग ठाकुर के समर्थक तो ये भी सपने पालने लग गए हैं कि संभावित सरकार में इस युवा नेता को कौन सा पोर्टफोलियो मिलेगा. समर्थक मान रहे हैं कि अनुराग ठाकुर को खेल मंत्रालय मिल सकता है.
ऐसे में यदि एग्जिट पोल के अनुमान सही साबित होते हैं और अमित शाह का वादा पूरा होता है तो छोटे पहाड़ी राज्य से निकलने वाले बड़े नेताओं की कतार में अनुराग ठाकुर का नाम शुमार होगा. पहले वीरभद्र सिंह, शांता कुमार व जेपी नड्डा केंद्रीय मंत्रिमंडल का हिस्सा रह चुके हैं. नड्डा इस समय भाजपा की केंद्रीय राजनीति में भी अहम स्थान रखते हैं.
इस तरह हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से संबंध रखने वाले दो नेताओं की केंद्रीय राजनीति में खास पहचान बनेगी. अनुराग ठाकुर तीन मर्तबा हमीरपुर संसदीय सीट से जीत चुके हैं. इस बार वे जीत का चौका लगाने को तैयार हैं. पिछला चुनाव उन्होंने 98 हजार से अधिक मतों के अंतर से जीत है.
ठाकुर बीसीसीआई के सर्वोच्च पद तक पहुंचे. हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) के अध्यक्ष हैं. उन्होंने धर्मशाला में क्रिकेट मैदान स्थापित करने में अग्रिम भूमिका निभाई. हालांकि अनुराग व उनके नेतृत्व वाली एचपीसीए धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम को लेकर कानूनी पचड़ों में भी उलझी रही, लेकिन इससे अनुराग की छवि को नुकसान नहीं हुआ.
संसद में भी वे भाजपा की प्रमुख युवा आवाज माने जाते हैं. फिलहाल, 23 मई को जनादेश आने के बाद ही ये तय होगा कि अनुराग ठाकुर की किस्मत में जनता ने क्या लिखा है, लेकिन अमित शाह इस युवा भाजपा नेता की किस्मत को लेकर 12 मई को बड़ी घोषणा कर चुके हैं.
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