हमीरपुर: स्विस बैंक में भारतीयों के काले धन में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी पर हिमाचल कांग्रेस सोशल मीडिया एवं आईटी विभाग के प्रमुख अभिषेक राणा ने कहा है कि नोटबंदी और जीएसटी से काले धन पर अंकुश लगने का दावा करने वाली मोदी सरकार बताए कि ऐसे हालात कैसे बन गए.
अभिषेक राणा ने कहा कि स्विस नेशनल बैंक की रिपोर्ट में इन आंकड़ों के उजागर होने के बाद स्वीडन सरकार ने भी भारत से द्विपक्षीय रिश्ते खत्म करने का इशारा किया है, जोकि बेहद शर्मनाक बात है. इन हालातों के लिए जिम्मेदार सरकार को देश के हर नागरिक के सामने सच्चाई लानी चाहिए, न कि मुद्दों को भटकाने के हथकंडे अपनाने चाहिए. उन्होंने कहा कि देश की जनता से राष्ट्रवाद पर इमोशनल ब्लेकमेलिंग करने वाली मोदी सरकार बताए कि निजी सेक्टर में लाखों लोग बेरोजगार कैसे हो रहे हैं.
उन्होंने कहा कि क्या युवाओं से रोजगार छीनना राष्ट्रवाद की श्रेणी में नहीं आता या फिर मोदी सरकार राष्ट्रवाद की परिभाषा स्पष्ट कर दें. दिन प्रतिदिन बिगड़ती अर्थव्यवस्था ने देश को निचोड़ कर रख दिया है. हर वर्ग पर इसकी मार पड़ी है, लेकिन मोदी सरकार अब भी समाधान करने की बजाए खुद को पाक साफ करने में लगी हुई है. अभिषेक राणा ने कहा कि देश में पिछले 5 सालों में भ्रष्टाचार बढऩे के साथ महिला उत्पीडऩ के मामलों में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन सरकार कह रही है कि सब कुछ ठीक है.
अभिषेक राणा ने कहा कि 70 सालों में हालात इतने बदतर कभी नहीं हुए थे, जितने मोदी सरकार में हुए हैं. लोगों ने सरकार को बहुमत इसी आस से दिया था कि देश के हालात और अधिक ठीक होंगे ,लेकिन इस सरकार में देश की अर्थव्यवस्था चौपट होने के साथ महंगाई में रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि दर्ज हुई है.