हमीरपुरः जिला हमीरपुर में तीन पंचायतें स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत आदर्श बनाई जाएंगी. जिला प्रशासन और पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग ने इसे लेकर रूपरेखा तैयार कर ली है. इसके साथ ही जिला में 2 अक्टूबर 2019 तक का 35 पंचायतों को कचरा मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है. जिला प्रशासन ने इन पंचायतों को शून्य कचरा पंचायतें बनाने के लिए रूपरेखा तैयार की है. इन दोनों ही लक्ष्यों को स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत पूरा किया जाएगा.
उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा की अध्यक्षता में ने शुक्रवार को खंड विकास अधिकारियों के साथ जिला में जारी ग्रामीण विकास कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक में उपायुक्त ने निर्धारित समय में लक्ष्यों को पूरा करने के अधिकारियों को निर्देश जारी किए
इन विकास खंडों की ये पंचायतें बनेंगी आदर्श
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत जिला की तीन पंचायतों को आदर्श पंचायत के रूप में विकसित किया जाएगा और इसके लिए कार्य योजना भी तैयार कर ली गयी है. इनमें विकास खंड सुजानपुर की टिहरा, बिझड़ी की कलवाल तथा नादौन की कमलाह पंचायत शामिल हैं. इसी तरह आगामी 2 अक्तूबर, 2019 तक जिला की 35 पंचायतों को शून्य कचरा पंचायत के रूप में विकसित किया जाएगा. इन सभी पंचायतों में कूड़ा-कचरा एकत्र कर इसके उचित निस्तारण की व्यवस्था पर कार्य करने का लक्ष्य रखा गया है.
मनरेगा के तहत खर्च होंगे इतने लाख रुपये
उपायुक्त हमीरपुर हरिकेश मीणा ने निर्देश देते हुए कहा कि कहा कि ग्रामीण विकास में खंड विकास अधिकारियों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है और वे पूरी ईमानदारी व कर्त्तव्यनिष्ठा के साथ अपने कार्यों का निर्वहन करें. उपायुक्त ने बताया कि जिला में मनरेगा के अंतर्गत इस वित्तीय वर्ष में 11 जून, 2019 तक लगभग 370 लाख रुपये व्यय कर लगभग 1,64,584 कार्य दिवस अर्जित किए गए हैं. इस अवधि में लगभग 91 प्रतिशत क्रियाशील जॉब कार्ड के सत्यापन का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है.