चंबा: जाको राखे साइयां मार सके ना कोय. यह पंक्तियां अपने घर से ननिहाल के लिए निकले इन 4 बच्चों पर सटीक बैठती दिखी. जब यकायक खड्ड का जलस्तर काफी बढ़ गया और बच्चे जल स्तर के प्रवाह में बहने लगे. मौके पर बच्चों की आवाज सुन ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बच्चों को सुरक्षित खड्ड से निकालने में सफल रहे.
बनेट पंचायत में ननिहाल के घर जा रहे चार बच्चे अचानक होबारडी खड्ड में बढ़े जलस्तर में फंस गए. इतना ही नहीं यकायक बढ़े खड्ड के जलस्तर को देख एक बच्ची घबरा गई. जिसे एंबुलेंस के जरिए चुवाड़ी अस्पताल पहुंचाया गया. जहां पर चिकित्सक ने बच्ची का चेकअप करने और स्वस्थ्य होने पर उसे घर भेज दिया, जबकि अन्य तीन बच्चे सुरक्षित हैं.
घटना बुधवार दोपहर डेढ़ बजे के करीब की है. बच्चों की उम्र 10 से 12 वर्ष के बीच बताई जा रही है. पंचायत प्रधान अवांह सुखलाल ने बताया कि बुधवार को बनेट पंचायत के कुट तलाई से चार बच्चे कुंडी के लिए वाया अवांह होकर जा रहे थे. होबारड़ी खड्ड को पार करते समय अचानक जलस्तर बढ़ जाने से बच्चे वहां फंस गए. लोगों ने बच्चों के चिल्लाने की आवाज सुनी तो मौके पर पहुंच कर कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें खड्ड से बाहर निकाला.
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बनेट पंचायत के कुट तलाई निवासी अंजना, विनोद, निखिल व वरूण नामक चार बच्चे कुडी पंचायत में अपने ननिहाल के लिए वाया अवांह पंचायत होकर दोपहर एक बजे निकले. अवांह पंचायत स्थित होबारड़ी खड्ड में पानी कम होने की सूरत में बच्चे भी खड्ड को पार करने लगे. जैसे ही बच्चे पानी के बीच पहुंचे अचानक खड्ड का बहाव बढ़ गया. बच्चों के चारों तरफ पानी भर गया. एक बच्ची पानी के बहाव में कुछ मीटर तक बह गई.
उसकी किस्मत अच्छी रही कि पानी के तेज बहाव ने उसे किनारे पर पटक दिया, जबकि दो बच्चे पानी के बहाव को देख किनारे की तरफ दौड़ गए. एक बच्चा पानी के बीच बहाव में फंस गया. बच्चे ने पत्थर को पकड़कर पानी के बहाव में बचने का प्रयास किया. अन्य बच्चों ने मदद के लिए जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया.
बच्चों की आवाज को सुनकर आस पास के लोग वहां पहुंच गए. लोगों ने रस्सी के सहारे सबसे पहले पानी के बीच में फंसे बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला. इसके बाद एक किनारे से दूसरे किनारे पर रस्सी बांधकर ग्रामीण खड्ड के पानी के भीतर चेन बनाकर खड़े हो गए.
इसी चेन के जरिए किनारे पर फंसे अन्य बच्चों को दूसरे किनारे तक सुरक्षित पहुंचाया. अगर समय रहते ग्रामीण बच्चों की मदद को वहां नहीं पहुंचते तो शायद कोई भी अनहोनी घटना घटित हो सकती थी. खड्ड में पानी की जलस्तर धीरे-धीरे ओर बढ़ रहा था. जिसमें बच्चे बह भी सकते थे, लेकिन ग्रामीणों ने चुस्ती से कार्य करते हुए सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया. इस तरह एक अनहोनी घटना होते-होते टल गई.
बता दें कि हिमाचल में कई जगहों पर खासकर जहां पुलों की समस्या है वहीं लोगों के फंसने की घटनाएं होती रहती हैं. कई बार बरसात के मौसम में नदियों या खड्डों का जलस्तर इतना बढ़ जाता है कि वाहन में पानी के तेज बहाव में फंस जाते हैं.
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