भरमौर: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के भरमौर उपमंडल में रावी नदी पर निर्माणाधीन 240 मैगावाट के कुठेड़ हाइड्रो प्रोजेक्ट का काम बंद करवा दिया गया है. दरअसल, मंगलवार को काम परियोजना की मैट साईट पर काम बंद होने का चौथा दिन रहा. गरोला ग्राम पंचायत के बेरोजगार निर्माण स्थल पर आंदोलन पर डटे हुए हैं. इस बीच तहसीलदार होली प्रकाश चंद और खणी वार्ड के जिला परिषद सदस्य अनिल कुमार भी मौके पर पहुंचे. अब जाकर तहसीलदार होली की मौजूदगी में दोनों पक्षों के बीच बातचीत के प्रयास किए जा रहे हैं.
रोजगार की मांग को लेकर आंदोलन: बता दें कि जेएसडब्ल्यू कंपनी रावी नदी पर कुठेड़ हाइड्रो प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य कर रही है. परियोजना लंबे समय से स्थानीय लोगों को रोजगार न मिलने के मुद्दे पर चर्चा में रही है. वहीं, यहां पर रोजगार की मांग को लेकर आंदोलन भी हो चुके हैं. मौजूदा समय में परियोजना की खड़ामुख स्थित मैट साइट पर बाहरी राज्य के मजदूरों की भर्ती परियोजना प्रबंधन कर रहा है. जिसकी भनक स्थानीय बेरोजगारों को मिलते ही मौके पर पहुंच कर बाहरी राज्य से लाए गए मजदूरों को परियोजना की साइट पर पहुंचने से रोक लिया.
मौके पर पहुंचे तहसीलदार: बता दें, परियोजना प्रबंधन की ओर से बातचीत ना होने के कारण शनिवार को बेरोजगारों ने परियोजना का काम ठप करवा दिया था. जिसके बाद से यहां पर परियोजना का काम बंद पड़ा हुआ है. उधर, मंगलवार को मामला प्रशासन के ध्यान में आने के बाद तहसीलदार होली प्रकाश चंद को मौके पर जाने के निर्देश दिए गए. लिहाजा तहसीलदार मौके पर पहुंचे और आंदोलनरत बेरोजगारों से बातचीत कर उनकी मांगों को सुना.
'स्थानीय बेरोजगारों की हो रही अनदेखी': इस दौरान जिला परिषद के खणी वार्ड सदस्य अनिल कुमार ने कहा कि परियोजना प्रबंधन रोजगार के मुद्दे पर स्थानीय लोगों की अनदेखी कर रहा है.जिसके चलते आज लोगों को मजबूर होकर आंदोलन की राह पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. उधर, मौके पर मौजूद बेरोजगारों का कहना है कि जब तक कंपनी प्रबंधन मांगों को पूरा नहीं करती, उनका आंदोलन जारी रहेगा. उनका कहना है कि बाहरी राज्य से मजदूरों को लाया जा रहा है, जबकि स्थानीय बेरोजगारों की अनदेखी की जा रही है.
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