चंबा: कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में दो सगे भाई सेवाएं दे रहे हैं. डॉ. प्रतीक चंद्रा और डॉ. संकेत चंद्रा स्वास्थ्य टीमों के साथ कोरोना सैंपल एकत्रित कर रहे हैं. डॉ. प्रतीक डेढ़ साल में पांच हजार से अधिक लोगों के सैंपल एकत्रित कर चुके हैं, लेकिन उनके चेहरे पर कोई थकान नजर नहीं आती. दिन भर ड्यूटी के बाद कोई मरीज उन्हें फोन पर बीमारी के बारे में बताता है तो वह बड़ी विनम्रता के साथ उसे दवाई बताते हैं. उनके इसी सौम्य-स्वभाव के कारण मरीज उनकी प्रशंसा करते नहीं थकते हैं.
दिन-रात लोगों की कर रहे सेवा
संकेत चंद्रा भी बड़े भाई से प्रेरणा लेकर छह महीने से विकास खंड सलूणी में कोरोना सैंपल एकत्रित कर रहे हैं. ड्यूटी के बाद शाम के समय दोनों भाई एक-दूसरे के साथ अपने अनुभव भी साझा करते हैं. उनके अभिभावक भी दोनों की हौसला अफजाई करते हैं.
डॉ. प्रतीक चंद्रा ने कहा कि वह डेढ़ साल से कोविड के खिलाफ लड़ाई में सेवाएं दे रहे हैं. वह खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें कोरोना महामारी में मानवता की सेवा करने का मौका मिला. यही कारण है कि आज तक वह कोरोना संक्रमण की चपेट में नहीं आए. जब तक कोरोना महामारी खत्म नहीं होती, वह इस जंग में सेवाएं देते रहेंगे.
लोगों ने की तारीफ
इन दोनों भाइयों की हर तरफ सराहना हो रही है और हर कोई इन दोनों भाइयों का मुरीद हो गया है. हालांकि दोनों भाइयों ने समाज के लिए मिसाल कायम की है कि अगर कुछ बेहतर करना है तो आपके हौसलों में जान होनी चाहिए.
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