चंबा: हिमाचल प्रदेश में करोना वायरस के मामले लगातार सामना आ रहे हैं. इस पर जयराम सरकार के फैसले लेने के बाद उसे बदलने पर कांग्रेस हमलावर हो गई है. प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि जयराम सरकार कंफ्यूज है और सरकार को क्या करना है ये मालूम नहीं है.
डलहौजी विधायिका ने कहा कि प्रदेश सरकार ने धार्मिक पर्यटन स्थल और स्कूल खोलने की बात की थी, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब सरकार को यह फैसला वापस लेना पड़ा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के चलते धार्मिक पर्यटन स्थल नहीं खुल सकते हैं. पर्यटन स्थलों को खोलने के बावजूद भी यहां कौन आएगा. किसी पर्यटक के यहां आने पर भी उसे क्वारंटाइन में रहना होगा. विधायिका ने कहा कि सरकार कंफ्यूज है. इसलिए फैसला लेने के बाद उसे तुरंत वापस कर लेती है, जिससे प्रदेश की जनता भी कंफ्यूज हो रही है .
विधायिका आशा कुमारी ने कहा कि सरकार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना चाहिए. सत्र के दौरान कोरोना को लेकर क्या करना है और क्या नहीं इस पर चर्चा की जानी चाहिए. इसके बाद ही स्कूल, कॉलेज, तकनीकी शिक्षा संस्थान और पर्यटन को खोलने की उम्मीद बन सकती है.
हालांकि, आशा कुमारी ने कहा कि विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने से पहले कोरोना वायरस को लेकर किए गए जयराम सरकार के फैसले हंसी के पात्र हैं.
ये भी पढ़ें: चंबा में सुधरेगी सड़कों की हालत, मेटलिंग और टायरिंग का काम शुरू
ये भी पढ़ें: चंबा में 4334 लोगों ने पूरी की क्वारंटाइन अवधि, कुल 8759 लोगों ने जिले में किया प्रवेश