चंबा: अभी तो मानसून से दस्तक भी नहीं दी और चंबा में लैंडस्लाइड का सिलसिला शुरू हो गया. भूस्खलन के चलते चंबा में सरकार को हर साल करोड़ों का नुकसान होता है. बारिश के कहर से चंबावासियों को हर साल भारी नुकसान झेलना पड़ता है. मंगलवार को चंबा-होली रोड़ पर पहाड़ दरकने से करीब तीन घंटों तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप्प पड़ी रही.
दरअसल, चंबा-होली रोड़ पर ज्यूरा के पास पहाड़ के दरकने से वाहनों की आवाजाही ठप्प हो गई. इसके बाद सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई. इस दौरान दुल्हन को लेकर वापस लौट रहे दूल्हे राजा भी बारातियों संग घंटों जाम में फंसे रहे. विभाग को सूचना देने के बाद करीब डेढ़ घंटे तक मौके पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. डेढ़ घंटे के बाद मजदूर मौके पर पहुंचे और सड़क को बहाल करने का प्रयास किया, लेकिन रोड़ पर भारी चट्टानें गिरने की वजह से रोड बहाल नहीं हो पाया.
हैरानी की बात ये है कि जब कनिष्ठ अभियंता को रोड़ बंद होने की सूचना दी गई तो उन्होंने मीटिंग में होने की दलील देते हुए अधिशाषी अभियंता से संपर्क करने की दलील दे दी. अलबता विभाग के जिम्मेदार अधिकारी के इस रवैये के चलते एडीएम भरमौर के समक्ष मामला रखा गया. इसके बाद एडीएम के आदेशों पर छह बजे के आसपास जेसीबी मशीन मौके पर पहुंची और सड़क यातायात के लिए बहाल हो पाई.