चंबा: कोरोना महामारी के दो साल के बाद अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला का मेला इस बार 24 जुलाई (International Minjar Fair from July 24)से 31 जुलाई तक मनाया जाएगा. इस बार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और चलो चंबा अभियान पर आधारित मिंजर मेला होगा. इस बार लोक संस्कृति की झलक भी देखने को मिलेगी. बता दें की इसके अलावा खेल कूद प्रतियोगिताओं का भी रोमांच देखने को मिलेगा.
हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल: हर साल 7 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेले का शुभारंभ चंबा में किया जाता है . यहां मुस्लिम परिवार सबसे पहले रघुनाथ भगवान को मिंजर अर्पित करते हैं. उसके बाद मिंजर मेला शुरू होता है. हिंदू -मुस्लिम एकता की मिसाल चंबा जिला में राजाओं के दौर से देखने को मिलती आ रही है. आपसी भाई चारे का भी संदेश चंबा का अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला हर साल देता, लेकिन पिछले दो साल से महामारी के चलते इस मेले का आयोजन नही हो पाया.
तीसरी आंख रखेगी नजर: इस बार प्रशासन ने मेले को लेकर तमाम तैयारी पूर्ण कर ली है.सभी विभागों को निर्देश दिए गए है कि जो जो जिम्मेदारी जिस जिस विभाग को दी गई वो सभी विभाग समय रहते इसे पूरा करें. सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम चंबा जिले में देखने को मिलेंगे और तीसरी आंख का सख्त पहरा रहेगा. इसके लिए प्रशासन ने पुलिस विभाग को पैसा भी स्वीकृत कर दिया.वहीं, दूसरी और चंबा के डीसी दुनी चंद राणा ने बताया इस बार अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला का त्योहार मनाया जाएगा .इसके लिए प्रशासन ने तैयारी मुक्कमल कर ली है. इस बार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और चलो चंबा अभियान पर मेला आयोजित होगा.