भरमौर: जनजातीय क्षेत्र भरमौर के होली मार्ग पर स्थित क्वार्सी नाला में नव निर्मित वैली ब्रिज के उद्घाटन के चक्कर में सरकारी व्यवस्था ने घंटों यात्रियों को परेशान कर रखा. भूखे प्यासे बच्चे व महिलाएं अधिकारियों के आगे पुल से वाहन ले जाने की अनुमति देने की गुहार लगाते रहे, लेकिन सरकारी व्यवस्था के आगे इनकी एक ना चली और हालात यहां तक पहुंच गए कि प्रशासन मुर्दाबाद के नारे तक लग गए. इस दौरान जिला परिषद के सदस्य अनिल कुमार और अधिकारियों के बीच भी खूब गहमागहमी हुई और जिप सदस्य के हर सवाल पर मौके पर मौजूद अधिकारी जवाब तक नहीं दे पाए. कुल मिलाकर दोपहर बाद आनलाइन पुल का उद्घाटन होने के बाद होली घाटी के लिए वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाई.
दरअसल 3 फरवरी को चंबा-होली मार्ग पर क्वार्सी नाला पर स्थित पुल दो ओवर लोडिड वाहनों के एक साथ गुजरने से टूट गया था. जिसके चलते होली घाटी की दस पंचायतों की 15 हजार की आबादी का संपर्क भी शेष विश्व से पूरी तरह से कट गया था. जिसके बाद लोक निर्माण विभाग ने होली घाटी के लिए हल्के वाहनों की आवाजाही हेतू एक वैकल्पिक सड़क बनाई थी, लेकिन क्वार्सी नाला पर नए वैली ब्रिज का निर्माण कार्य आरंभ होने के कारण एक मार्च से वैकल्पिक रोड पर भी वाहनों की आवाजाही बंद पड़ गई थी.
लोक निर्माण विभाग ने 14 दिनों के भीतर पुल का निर्माण मंगलवार को पूरा कर लिया, लेकिन लोक निर्माण विभाग ने मंगलवार को पुल का उद्घाटन करने का हवाला देकर मंगलवार को पुल के उपर से वाहनों की आवाजाही शुरू नहीं करवाई. उधर, लोगों को भी उम्मीद थी कि विभाग द्वारा तय 10 बजे के बाद पुल से वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी, लेकिन दोपहर बाद पुल का उद्घाटन ऑनलाइन हुआ. लिहाजा सुबह से ही पुल खुलने के इंतजार में बैठे लोगों के सब्र का बांध भी उस वक्त टूट गया, जब तय समयावधि तक पुल का उद्घाटन नहीं हो पाया.
मौके पर मौजूद प्रशासन के लोगों से भी खूब गहमागहमी इस दौरान हुई. इस बीच जिला परिषद के सदस्य एवं भाजयुमो जिला अध्यक्ष अनिल ढ़कोग भी मौके पर पहुंच गए. उनका आरोप था कि सुबह के समय वाहन पुल से आर पार हुए. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर किसके लिखित आदेश से पुल पर वाहनों की आवाजाही को रोका जा रहा है. इस दौरान मौके पर मौजूद अधिकारी के साथ भी जिप सदस्य की खूब गहमागहमी हुई. अनिल ढ़कोग का कहना था कि कुछ बीमार लोग वाहनों में इंतजार कर रहे हैं और भूखे प्यासे बच्चे भी हैं, लेकिन प्रशासन इनकी सुविधा के लिए पुल खोलने के बजाए उद्घाटन के इंतजार में जनता को रोके रखे हैं. उन्होंने कहा कि उद्घाटन का विरोध नहीं कर रहे, लेकिन प्रशासन को ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए थी कि जनता भी परेशान ना हो.
लिहाजा दोपहर तक भी पुल का उद्घाटन न होने पर जिप सदस्य ने ऐलान कर दिया कि आधे घंटे में वाहनों की आवाजाही आरंभ शुरू हुई तो वह सड़क पर धरने पर बैठ जाएंगे. बहरहाल जिप सदस्य की चेतावनी के कुछ समय बाद पुल का उद्घाटन भी हो गया और वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो गई. बहरहाल एक महीने से ज्यादा समय बाद होली घाटी के लिए सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है. उधर, मौके पर मौजूद अधिकारियों के रवैए को लेकर पुल खुलने के इंतजार में बैठे लोगों में भी भारी रोष देखा गया.