चंबा: जिला में जारी मूसलाधार बारिश से भरमौर-पठानकोट एनएच ढुढ़ियारा बंगला और केरू के पास भूस्खलन होने से बंद हो गया. इस कारण घंटों वाहनों की आवाजाही ठप रही. इसके अलावा तीसा, सलूणी, सिहुंता और भरमौर के करीब 80 मार्गों पर जगह-जगह भूस्खलन होने से सड़कों पर आवाजाही बंद रही. इस कारण आवाजाही करने वाले लोगों को परेशानियों का ही सामना करना पड़ा.
सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची विभागीय मशीनरी और मजदूरों को सड़क मार्गों को बहाल करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. दोपहर बाद तक आधे से अधिक मार्गों को यातायात के लिए सुचारु करवाया गया. कुल मिला कर मूसलाधार बारिश ने लोगों की परेशानियों को बढ़ा कर रख दिया.
भारी बारिश के कारण भरमौर-पठानकोट एनएच ढुढ़ियारा बंगला के पास और केरू में पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण यातायात के लिए बाधित हो गया. एनएच के बंद होने पर पठानकोट और चंबा की तरफ से आने वाले वाहनों की देखते ही देखते लंबी कतारें लग गई. इसके बाद एनएच मंडल के अधिकारियों को सूचना मिलने पर मशीनरी और लेबर को मौके पर भेजा गया.
वहीं, बारिश से तीसा उपमंडल के 30 मार्ग जगह-जगह सड़कों पर गिरने वाले मलबे व पत्थरों के कारण बाधित हुए. डलहौजी मंडल के तहत 15, चंबा मंडल के अधीन आते 25 मार्ग, सलूणी मंडल के दस मार्ग भूस्खलन के कारण बंद पड़े. इन्हें सुचारु करवाने के लिए विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. समय से अपने गंतव्य की ओर निकलने वाले लोगों को निर्धारित रूटों तक पहुंचने में काफी परेशानियां ही उठानी पड़ी.
एनएच मंडल चंबा के सहायक अभियंता कनव बड़ोतरा ने बताया कि एनएच ढुंढ़ियारा बंगला और केरू पहाड़ के पास भूस्खलन से बंद हुआ था. उसे सूचना मिलते ही विभागीय मशीनरी और लेबर लगाकर आवाजाही के लिए सुचारु करवा दिया गया.
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