चंबाः हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला में देर रात जमकर बर्फबारी हुई बर्फबारी करीब से इसके आसपास हुई जिसके चलते किसानों बागवानों ने राहत की सांस ली है. बताते चलें कि चंपा जिला के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों सेब के बगीचे में बागवान काफी मेहनत के साथ कार्य करते हैं. जिसके बाद अगर बर्फबारी होती है. उस शहर के बगीचे के लिए बेहतर मानी जाती है.
बागवान सेब के बगीचों में करेंगे दवाइयों का छिड़काव
रोलिंग और बुराई के बाद अब बागवान सेब के बगीचों में दवाइयों का छिड़काव भी करेंगे. यही कारण है कि अब भारी बर्फबारी से किसान और भगवान में खुशी साफ देखी जा रही है. किसानों ने भी गेहूं सरसों मटर आलू जो इत्यादि फसलें बिजी हुई है. उसके लिए बारिश और बर्फबारी बेहद अच्छी होती है. पहाड़ी इलाकों में बागवान किसान प्राकृतिक रूप से बारिश और बर्फबारी पर निर्भर रहते हैं. ऐसे में अब एक बार पुनः किसान बागवान खुश हुए हैं. उम्मीद की जा रही है कि ऐसे ही बारिश व बर्फबारी होती है तो आने वाले समय में किसानों बगावनो के लिए अच्छे परिणाम आने की संभावना है.
वहीं दूसरी ओर किसानों, बागवानों का कहना है कि देर रात चंबा जिला के पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश और बर्फबारी हुई जिसके चलते हम ने राहत की सांस ली है. क्योंकि सेब के बगीचों के लिए भारी बर्फबारी का होना बेहद जरूरी होता है. जिसके चलते आने वाले समय में सेब की बेहतर फसल हो सके इसके अलावा हमने कई तरह की फसलें बिजी हुई है जिसमें गेहूं आलू सरसों मटर इत्यादि फसलें शामिल है. आने वाले समय में सेब और अन्य फसलें बेहतर होने की संभावना है.
बता दें की पहाड़ी इलाकों में सिंचाई की व्यवस्था नहीं होती है ऐसे में किसान और बागवानों प्राकृतिक रूप से बारिश और बर्फबारी पर ही निर्भर रहते हैं अगर समय पर बेहतर बारिश और बर्फबारी हो तो आने वाले समय में किसानों और बागवानों की बेहतर फैसले होने की सम्भवना बढ़ जाती है.
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