चंबा: हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज और नगर निकाय चुनाव शुरू होने से पहले ही राजनीति गरमाने लगी है. वहीं प्रदेश की दोनों सियासी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करना शुरू कर दिया है.
यही कारण है कि शनिवार को डलहौजी से कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री एवं विधायिका आशा कुमारी ने भी कांग्रेस समर्थित नगर परिषद के पार्षदों के लिए मंथन का दौर शुरू किया है. डलहौजी के 9 वार्डों में कांग्रेस से समर्थित उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे गए हैं, जिनके पक्ष में प्रचार शुरू किया गया है. यहां पिछले 15 साल से पुरुष उम्मीदवार नगर परिषद के अध्यक्ष रहे हैं, लेकिन इस बार पहली बार महिला अनुसूचित जनजाति के लिए नगर परिषद का अध्यक्ष पद आरक्षित हुआ है.
वोट मांगने और कार्यकर्ताओं के साथ मंथन का दौर किया शुरू
आशा कुमारी ने अपने समर्थित उम्मीदवारों के पक्ष में वोट मांगा और कार्यकर्ताओं के साथ मंथन का दौर शुरू किया है, ताकि पढ़े लिखे नौजवान नगर परिषद और पंचायती राज चुनाव में जीतकर अपना परचम लहराए.
वहीं दूसरी ओर डलहौजी से कांग्रेस पार्टी की वरिष्ठ नेत्री एवं विधायक आशा कुमारी ने कहा कि नगर परिषद डलहौजी में नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है उसके बाद अब कांग्रेस पार्टी से समर्थित उम्मीदवार चुनाव प्रचार में है.
'भाजपा गुटबाजी से कांग्रेस पार्टी को मिलगा लाभ'
नगर परिषद और पंचायत का चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं होता है, लेकिन विचारधारा के साथ जुड़े लोग इन चुनावों में हिस्सा लेते हैं यही कारण है कि जो भी कांग्रेस विचारधारा से जुड़े लोग नगर परिषद में चुनाव में उतरे हैं हमारा यही प्रयास है कि यहां भाजपा गुटबाजी में बैठी हुई है इसका लाभ कांग्रेस पार्टी को मिलने वाला है.
जाहिर सी बात है कि चुनाव के दौरान दोनों सियासी पार्टियां लगातार कार्य कर रही है और एक पार्टी अपने उम्मीदवारों के साथ चुनाव मैदान में है तो वहीं दूसरी ओर गुटों में बैठी भाजपा भी पीछे नहीं है वह भी लगातार अपने समर्थित उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार में जुट गई है.
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