भरमौर: विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया चंबा से भरमौर मार्ग पर भारी भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हुए विभिन्न हिस्सों का जायजा लेने पहुंचे. इस दौरान कुलदीप सिंह पठानिया ने बग्गा स्थित चमेरा-2 बांध और लोथल गांव के नीचे भरमौर एनएच पर भूस्खलन से क्षतिग्रस्त सड़क के हिस्से के स्थाई समाधान को लेकर निर्देश दिए. वही एनएचपीसी और एनएच के अधिकारियों को आरसीसी तकनीक के आधार पर सड़क निर्माण के आदेश दिए.
4 हजार करोड़ से ज्यादा का प्रारंभिक तौर पर नुकसान: विधानसभा अध्यक्ष ने कहा भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से संपूर्ण प्रदेश में सरकारी और गैर सरकारी संरचनाओं को काफी क्षति पहुंची है. इस प्राकृतिक आपदा से पूरे प्रदेश में अब तक 4 हजार करोड़ से ज्यादा का प्रारंभिक तौर पर नुकसान का आकलन किया गया है. एक अनुमान के मुताबिक यह नुकसान 8 हजार करोड़ रुपयों से ज्यादा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एक उचित व्यवस्था बनाकर प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता करेगी.
जिला प्रशासन के कार्यों की सराहना की: बता दें, भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं से जिला में विभिन्न विभागीय परिसंपत्तियों और परियोजनाओं के अंतर्गत सड़क सुविधा ,विद्युत एवं पेयजल आपूर्ति की पुनर बहाली को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने जिला प्रशासन के कार्यों की सराहना भी की. उन्होंने उपायुक्त को ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में सभी आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने को भी कहा. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष को चंबा से लेकर भरमौर तक विभिन्न स्थानों पर लोगों ने प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान को लेकर अपने मांग पत्र एवं शिकायतें सौंप कर शीघ्र समाधान का आग्रह किया.
एक सप्ताह बाद यात्रियों को मिली राहत: रविवार को भरमौर एनएच के बग्गा और लोथल घार में बहाल होने के साथ ही उपमंडल मुख्यालय में एक सप्ताह के बाद हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों की सेवाएं आरंभ हो गई है. जबकि उपमंडल की होली घाटी के लिए एक सप्ताह से अधिक समय से बडे़ वाहनों की आवाजाही बंद पड़ी हुई है. उधर, उपमंडल मुख्यालय तक बस सेवा मिलने से यात्रियों को भी एक बडी राहत मिली है. चूकि पूर्व में बस सेवा न होने के चलते यात्रियों को टेक्सियों में सफर कर अधिक किराया देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा था.
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