चंबा: कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने के बाद कांग्रेस पार्टी पूरे देशभर में विरोध पर उतर आई है. इसी कड़ी में आज चंबा जिले के मुख्यालय में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की पूर्व शिक्षा मंत्री आशा कुमारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. आशा कुमारी ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिस तरह का रवैया केंद्र की भाजपा सरकार अपना रही है, वह काफी निंदनीय है. उन्होंने अडानी पर तंज कसते हुए कहा कि केंद्र सरकार और अडानी के बीच क्या संबंध है, जो शेल कंपनियों का 20 हजार करोड़ रुपए अदानी के खाते में आया है. वह किसका है. इस पर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं.
"चोर को चोर न कहें, तो क्या कहें': आशा कुमारी ने तंज कसते हुए कहा कि आज देश की जनता जानना चाहती है कि एसबीआई, पीएनबी सहित कई बैंक का पैसा लेकर फरार हुए नीरव मोदी, ललित मोदी, महल चौकसी जैसे लोग चोर नहीं हैं तो और क्या हैं. उन्होंने कहा कि अगर चोर को चोर नहीं कहें तो क्या कहें. इसमें ओबीसी फैक्टर कहां से आ गया, जो चोर है वह चोर ही रहेगा. उसकी न तो कोई जाति होती है और न ही कोई संप्रदाय होता है. इस मामले में केंद्र सरकार सिर्फ लोगों का ध्यान भटका कर अपने चहेते दोस्तों को बचाना चाहती है.
'भगोड़ों पर बात करने से भाजपा को तकलीफ': आशा कुमारी ने कहा कि पूरे देशभर में कांग्रेस द्वारा आज पत्रकार वार्ता कर भाजपा की केंद्र सरकार का विरोध किया जा रहा है. आशा कुमारी ने कहा की देश के भगोड़ों को भगाने में भाजपा की सरकार ने अहम रोल अदा किया है. वहीं, राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म होने पर उन्होंने कहा कि ये बड़ी शर्म की बात है. आज तक किसी भी मानहानि केस में इस तरह के फैसला और मामला नहीं देखा गया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भगोड़ों के बारे में जरा सी बात क्या की, भाजपा पूरी तरह से बौखला ही गई. आशा कुमारी ने कहा कि देश की जनता का पैसा लेकर भागने वाले अगर चोर नहीं हैं तो भाजपा ही बताए उन्हें और क्या कहें. इस मामले पर प्रधानमंत्री क्यों चुप्पी साध के बैठे हैं, जनता जानना चाहती है.
ये भी पढ़ें: देश में लोकतंत्र खतरे में हैं, विपक्ष की आवाज को दबाने में मगन है केंद्र सरकार- कौल सिंह