चंबा: हिमाचल प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ और आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय तक रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया. रैली ऐतिहासिक चैगान से आरंभ हुई और शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरती हुई डीसी ऑफिस के बाहर जाकर समाप्त हुई. जिसके बाद संघ के पदाधिकारियों ने डीसी विवेक भाटिया के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किए.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मुख्य मांगें
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करना
- मासिक 18 हजार और सहायिका को 9000 रुपये न्यूनतम वेतन का भुगतान
- आंगनबाड़ी कर्मियों को सामाजिक सुरक्षा के तहत पीएफ, ग्रेच्युटी और चिकित्सा सुविधा
- पंद्रह वर्ष का सेवाकाल पूरा करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए वरिष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/ सहायिका नामक पद का सृजन
- आयु सीमा की शर्त को हटाकर वरिष्ठता के आधार पर शत- प्रतिशत पदोन्नित, मानधन व पोषाहार राशि का मासिक तौर पर भुगतान व मासिक रिपोर्ट ऑनलाइन भेजने का खर्च उपलब्ध करवाना
आशा कार्यकर्ता संघ ने अपने ज्ञापन में कहा
- आशा कार्यकर्ता को 18 हजार और आशा सहयोगिनी को न्यूनतम 24 हजार रुपये वेतन
- अनुभवी आशा/ आशा सहयोगिनी को टीकाकरण प्रशिक्षण व्यवस्था
- आशा कर्मियों को गंभीर बीमारी पर चिकित्सा अवकाश की सुविधा और प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना के तहत चालीस वर्ष से अधिक आयु वाली आशा कर्मियों को लाभ देना
मौके पर भारतीय मजदूर संघ के जिला प्रधान मंजीत सिंह, जिला मंत्री सरवन कुमार और आशा कार्यकर्ता संघ के जिला प्रधान दिनेश कुमारी, उपाध्यक्ष क्यूम बेगम समेत भारी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा कार्यकर्ता उपस्थिति रहे.