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आंगनबाड़ी कर्मचारी व आशा वर्करों का हल्ला बोल, उग्र आंदोलन की चेतावनी

आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर रैली निकाली. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि मांगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन को तेज करेंगे.

आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कर्मचारियों का प्रदर्शन
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Published : Jul 20, 2019, 8:54 PM IST

चंबा: हिमाचल प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ और आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय तक रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया. रैली ऐतिहासिक चैगान से आरंभ हुई और शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरती हुई डीसी ऑफिस के बाहर जाकर समाप्त हुई. जिसके बाद संघ के पदाधिकारियों ने डीसी विवेक भाटिया के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किए.

आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कर्मचारियों का प्रदर्शन
आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कर्मचारियों का प्रदर्शन

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मुख्य मांगें

  • आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करना
  • मासिक 18 हजार और सहायिका को 9000 रुपये न्यूनतम वेतन का भुगतान
  • आंगनबाड़ी कर्मियों को सामाजिक सुरक्षा के तहत पीएफ, ग्रेच्युटी और चिकित्सा सुविधा
  • पंद्रह वर्ष का सेवाकाल पूरा करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए वरिष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/ सहायिका नामक पद का सृजन
  • आयु सीमा की शर्त को हटाकर वरिष्ठता के आधार पर शत- प्रतिशत पदोन्नित, मानधन व पोषाहार राशि का मासिक तौर पर भुगतान व मासिक रिपोर्ट ऑनलाइन भेजने का खर्च उपलब्ध करवाना

आशा कार्यकर्ता संघ ने अपने ज्ञापन में कहा

  • आशा कार्यकर्ता को 18 हजार और आशा सहयोगिनी को न्यूनतम 24 हजार रुपये वेतन
  • अनुभवी आशा/ आशा सहयोगिनी को टीकाकरण प्रशिक्षण व्यवस्था
  • आशा कर्मियों को गंभीर बीमारी पर चिकित्सा अवकाश की सुविधा और प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना के तहत चालीस वर्ष से अधिक आयु वाली आशा कर्मियों को लाभ देना

मौके पर भारतीय मजदूर संघ के जिला प्रधान मंजीत सिंह, जिला मंत्री सरवन कुमार और आशा कार्यकर्ता संघ के जिला प्रधान दिनेश कुमारी, उपाध्यक्ष क्यूम बेगम समेत भारी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा कार्यकर्ता उपस्थिति रहे.

चंबा: हिमाचल प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ और आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर जिला मुख्यालय तक रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया. रैली ऐतिहासिक चैगान से आरंभ हुई और शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरती हुई डीसी ऑफिस के बाहर जाकर समाप्त हुई. जिसके बाद संघ के पदाधिकारियों ने डीसी विवेक भाटिया के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किए.

आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कर्मचारियों का प्रदर्शन
आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कर्मचारियों का प्रदर्शन

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मुख्य मांगें

  • आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करना
  • मासिक 18 हजार और सहायिका को 9000 रुपये न्यूनतम वेतन का भुगतान
  • आंगनबाड़ी कर्मियों को सामाजिक सुरक्षा के तहत पीएफ, ग्रेच्युटी और चिकित्सा सुविधा
  • पंद्रह वर्ष का सेवाकाल पूरा करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए वरिष्ठ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/ सहायिका नामक पद का सृजन
  • आयु सीमा की शर्त को हटाकर वरिष्ठता के आधार पर शत- प्रतिशत पदोन्नित, मानधन व पोषाहार राशि का मासिक तौर पर भुगतान व मासिक रिपोर्ट ऑनलाइन भेजने का खर्च उपलब्ध करवाना

आशा कार्यकर्ता संघ ने अपने ज्ञापन में कहा

  • आशा कार्यकर्ता को 18 हजार और आशा सहयोगिनी को न्यूनतम 24 हजार रुपये वेतन
  • अनुभवी आशा/ आशा सहयोगिनी को टीकाकरण प्रशिक्षण व्यवस्था
  • आशा कर्मियों को गंभीर बीमारी पर चिकित्सा अवकाश की सुविधा और प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना के तहत चालीस वर्ष से अधिक आयु वाली आशा कर्मियों को लाभ देना

मौके पर भारतीय मजदूर संघ के जिला प्रधान मंजीत सिंह, जिला मंत्री सरवन कुमार और आशा कार्यकर्ता संघ के जिला प्रधान दिनेश कुमारी, उपाध्यक्ष क्यूम बेगम समेत भारी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा कार्यकर्ता उपस्थिति रहे.

Intro:अजय शर्मा, चंबा
हिमाचल प्रदेश आंगनबाडी कर्मचारी और आशा कार्यकर्ता संघ संबंधित भामंस ने संयुक्त तौर से शनिवार को मांगों के समर्थन में मुख्यालय में रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया। ऐतिहासिक चैगान से नारेबाजी के बीच आरंभ हुई रैली शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरती हुई डीसी आफिस के बाहर जाकर समाप्त हुई। जिसके बाद संघ के पदाधिकारियों ने डीसी विवेक भाटिया के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किए। इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई आंगनबाडी कर्मचारी संघ की प्रदेशाध्यक्ष रमला बिखटा व महामंत्री जंयती दुग्गल और आशा कार्यकर्ता संघ की प्रदेशाध्यक्ष सुमना देवी व महामंत्री कमलेश कुमारी ने की।Body:
आंगनबाडी कर्मचारी संघ ने प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करना, आंगनबाडी कार्यकर्ता को मासिक 18 हजार और सहायिका को 9000 रूपए न्यूनतम वेतन का भुगतान, आंगनबाडी कर्मियों को सामाजिक सुरक्षा के तहत पीएफ, ग्रेच्युटी एवं चिकित्सा सुविधा, पंद्रह वर्ष का सेवाकाल पूरा करने वाली आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के लिए वरिष्ठ आंगनबाडी कार्यकर्ता/ सहायिका नामक पद का सृजन, आयु सीमा की शर्त को हटाकर वरिष्ठता के आधार पर शत- प्रतिशत
पदोन्नित, मानधन व पोषाहार राशि का मासिक तौर पर भुगतान व मासिक रिपोर्ट आनलाइन भेजने का खर्च उपलब्ध आदि करवाने जैसी मांगों का प्रमुखता से उल्लेख किया है।Conclusion:
आशा कार्यकर्ता संघ ने अपने ज्ञापन में आशा कार्यकर्ता को 18 हजार और आशा सहयोगिनी को न्यूनतम 24 हजार रूपए वेतन, आशा सहयोगिनी कार्यकर्ताओं को महीन में बीस की बजाय तीस दिन कार्य, अनुभवी आशा/ आशा सहयोगिनी को टीकाकरण प्रशिक्षण व्यवस्था, आशा कर्मियों को गंभीर बीमारी पर चिकित्सा अवकाश की सुविधा और प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना के तहत चालीस वर्ष से अधिक आयु वाली आशा कर्मियों को लाभ देना सहित अन्य सुविधाएं मांगी हैं। इस मौके पर भारतीय मजदूर संघ के जिला प्रधान मंजीत सिंह, जिला मंत्री सरवन कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष खैंखो राम, उपाध्यक्ष जगदीश चंद, राजेंद्र ठाकुर, संगठन मंत्री पवन सिंह राणा, आशा कार्यकर्ता संघ की जिला प्रधान दिनेश कुमारी, उपाध्यक्ष क्यूम बेगम समेत भारी संख्या में आंगनबाडी कार्यकर्ता व सहायिकाओं और आशा कार्यकर्ताओं ने उपस्थिति दर्ज करवाई।
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