चंबा: जिले के भरमौर उपमंडल में रावी नदी पर निर्माणाधीन कुठेहड़ जल विघुत परियोजना के कार्य में की गई ब्लास्टिंग से 33 केवी लाइन बुरी तरह से तहस-नहस हो चुकी है. इसके चलते भरमौर क्षेत्र के हजारों उपभोक्ता चौबीस घंटों से भी ज्यादा समय से अंधेरे में रहने को मजबूर हैं.
बिजली बोर्ड ने कंपनी प्रबंधन को इस बावत पहले ही आगाह कर दिया था. बावजूद इसके रात के अंधेरे में की गई ब्लास्टिंग के बाद खिसकी चट्टानों ने लाइन को अपना निशाना बना दिया. लिहाजा बीती रात से ही समूचे भरमौर उपमंडल में बिजली की आपूर्ति ठप पड़ी हुई है.
जानकारी के अनुसार रावी नदी पर 240 मेगा वाट की कुठेहड़ जल विद्युत परियोजना का निर्माण कार्य किया जा रहा है. खड़ामुख के पास प्रोजेक्ट की ओर से रोड का निर्माण किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार बीती रात निर्माण कार्य पर की ब्लास्टिंग से 33 केवी लाईन को नुकसान पहुंचा है.
वहीं, चंबा खड़ामुख होली रोड भी बदहाल हो गया है और यहां पर हर पर हादसे का खतरा भी बना हुआ है. बिजली बोर्ड के सहायक अभियंता विक्रम शर्मा का कहना है कि कंपनी प्रबंधन को इस बावत पहले ही आगाह किया था. साथ ही प्रबंधन को नोटिस भी जारी किया था. इसके अलावा पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई गई है.
हैरानी की बात है कि कंपनी प्रबंधन की मनमानी के चलते हजारों उपभोक्ताओं को अंधेरे में रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. सहायक अभियंता का कहना है कि बिजली बहाली को लेकर प्रयास जारी है. बिजली बहाल करने के बाद आगामी कारवाई को अंजाम तक पहुंचाएगा.
बता दें कि बीती रात 11 बजे के करीब भरमौर क्षेत्र में बिजली गुल हुई. जिसके बाद अभी तक बिजली बहाल नहीं हो पाई है. वहीं, ब्लास्टिंग के चलते चंबा होली सड़क पर मलबा और पत्थर गिरने से घंटों वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है.
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