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ICDEOL को स्थाई मान्यता दिलाने में जुटा HPU, कुलपति ने खुद लिया संज्ञान

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती व मुक्त शिक्षा अध्ययन केंद्र को नैक से बेहतर अंक दिलवाने की एचपीयू प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है.

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Published : Apr 15, 2019, 3:37 PM IST

एचपीयू फाइल फोटो

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती व मुक्त शिक्षा अध्ययन केंद्र को नैक से बेहतर अंक दिलवाने की एचपीयू प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. एचपीयू का एक ही लक्ष्य है कि इक्डोल को नैक से आवश्यक अंक दिलवा कर इसकी मान्यता को बहाल करवाया जा सके.

बता दें कि इक्डोल के पास नैक से 3.26 ग्रेड ना होने की वजह से यूजीसी ने इक्डोल की मान्यता रद्द कर दी थी, लेकिन एचपीयू के प्रयास से इक्डोल को दो साल की अस्थाई मान्यता दी गई है, जिसके लिए नैक से 3.26 अंक इक्डोल को लेने होंगे.

एचपीयू इक्डोल में अब सत्र 2019-20 का बैच बैठना है. हालांकि 2020 तक तो यूजीसी की ओर से इक्डोल को अस्थाई मान्यता छात्रों को बैच बिठाने के लिए दी गई है, लेकिन इस तय समय के बीच में ही यूजीसी की शर्त के अनुसार एचपीयू को इक्डोल को नैक से 3.26 अंक दिलवा कर इसकी रिपोर्ट यूजीसी को सौंपनी होगी.

ICDEOL को स्थाई मान्यता दिलाने में जुटा HPU

रिपोर्ट यूजीसी को सौंपने के बाद ही यूजीसी की ओर से अस्थाई मान्यता को स्थाई मान्यता में तब्दील किया जाएगा, जिसके बाद एचपीयू द्वारा डिस्टेंस एजुकेशन को लेकर चल रहे केंद्र आगे भी लगातार चलते रहेंगे. वहीं, इक्डोल को नैक से स्थाई रूप से मान्यता मिलती है, तो ही केंद्र को आगामी समय में डिस्टेंस से छात्रों को यूजी ओर पीजी की डिग्री करवाने की मान्यता मिल पाएगी.
एचपीयू कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने पहले ही अलग-अलग कमेटियों का चयन इक्डोल की नैक से 3.26 ग्रेड दिलवाने के लिए किया है. कुलपति ने कहा कि उन्होंने जो कमेटियां नैक की तैयारियों के लिए गठित की है, उनसे भी तैयारियों को लेकर बात कुलपति करेंगे.

एचपीयू कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने बताया कि इसी साल के अंत तक ही इक्डोल को नैक से मान्यता दिलवाने के लिए नैक की टीम को निरीक्षण के लिए बुलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि मामले पर पहले यूजीसी ओर नैक से भी बात की जाएगी और इसके बाद ही टीम को इक्डोल के निरीक्षण के लिए बुलाया जाएगा.

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती व मुक्त शिक्षा अध्ययन केंद्र को नैक से बेहतर अंक दिलवाने की एचपीयू प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. एचपीयू का एक ही लक्ष्य है कि इक्डोल को नैक से आवश्यक अंक दिलवा कर इसकी मान्यता को बहाल करवाया जा सके.

बता दें कि इक्डोल के पास नैक से 3.26 ग्रेड ना होने की वजह से यूजीसी ने इक्डोल की मान्यता रद्द कर दी थी, लेकिन एचपीयू के प्रयास से इक्डोल को दो साल की अस्थाई मान्यता दी गई है, जिसके लिए नैक से 3.26 अंक इक्डोल को लेने होंगे.

एचपीयू इक्डोल में अब सत्र 2019-20 का बैच बैठना है. हालांकि 2020 तक तो यूजीसी की ओर से इक्डोल को अस्थाई मान्यता छात्रों को बैच बिठाने के लिए दी गई है, लेकिन इस तय समय के बीच में ही यूजीसी की शर्त के अनुसार एचपीयू को इक्डोल को नैक से 3.26 अंक दिलवा कर इसकी रिपोर्ट यूजीसी को सौंपनी होगी.

ICDEOL को स्थाई मान्यता दिलाने में जुटा HPU

रिपोर्ट यूजीसी को सौंपने के बाद ही यूजीसी की ओर से अस्थाई मान्यता को स्थाई मान्यता में तब्दील किया जाएगा, जिसके बाद एचपीयू द्वारा डिस्टेंस एजुकेशन को लेकर चल रहे केंद्र आगे भी लगातार चलते रहेंगे. वहीं, इक्डोल को नैक से स्थाई रूप से मान्यता मिलती है, तो ही केंद्र को आगामी समय में डिस्टेंस से छात्रों को यूजी ओर पीजी की डिग्री करवाने की मान्यता मिल पाएगी.
एचपीयू कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने पहले ही अलग-अलग कमेटियों का चयन इक्डोल की नैक से 3.26 ग्रेड दिलवाने के लिए किया है. कुलपति ने कहा कि उन्होंने जो कमेटियां नैक की तैयारियों के लिए गठित की है, उनसे भी तैयारियों को लेकर बात कुलपति करेंगे.

एचपीयू कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने बताया कि इसी साल के अंत तक ही इक्डोल को नैक से मान्यता दिलवाने के लिए नैक की टीम को निरीक्षण के लिए बुलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि मामले पर पहले यूजीसी ओर नैक से भी बात की जाएगी और इसके बाद ही टीम को इक्डोल के निरीक्षण के लिए बुलाया जाएगा.

Intro:हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय दूरवर्ती एवं मुक्त शिक्षा अध्ययन केंद्र को नैक से बेहतर अंक दिलवाने की एचपीयू प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। एचपीयू का एक ही लक्ष्य है कि इक्डोल को नैक से आवश्यक अंक दिलवा कर इसकी मान्यता को बहाल करवाया जा सके। यही वजह है कि एचपीयू के कुलपति खुद इस मामले मेंसंज्ञान ले रहे है और इस मामले के लिए गठित कमेटियों से भी बैठकें कर नैक के दौरे को लेकर क्या तैयारियां है उस बारे जानकारी ले रहे है।


Body:एचपीयू इक्डोल में अब सत्र 2019-20 का बैच बैठना है । हालांकि 2020 तक तो यूजीसी की ओर से इक्डोल को अस्थाई मान्यता छात्रों को बैच बिठाने के लिए दी गई है लेकिन इस तय समय के बीच मे ही यूजीसी की शर्त के अनुसार एचपीयू को इक्डोल को नैक से 3.26 अंक दिलवा कर इसकी रिपोर्ट यूजीसी को सौंपनी होगी जिससे की यह अस्थाई मान्यता स्थाई मान्यता में यूजीसी की ओर से तब्दील की जाए और एचपीयू का डिस्टेंस एजुकेशन को लेकर चल रहा यह केंद्र आगे भी लगातार चलता रहे। इक्डोल को अगर नैक से स्थाई रूप से मान्यता मिलती है तो ही केंद्र को आगामी समय में डिस्टेंस मोड़ से छात्रों को यूजी ओर पीजी की डिग्री करवाने की मान्यता मिल पाएगी।


Conclusion:इसी बात को ध्यान में रखते हुए एचपीयू कुलपति प्रो.सिकंदर कुमार ने पहले ही अलग-अलग कमेटियों का चयन इक्डोल की नैक से 3.26 ग्रेड दिलवाने के लिए किया है। एचपीयू कुलपति प्रो.सिकंदर कुमार का कहना है कि इसी साल के अंत तक ही इक्डोल को नैक से मान्यता दिलवाने के लिए नैक की टीम को निरीक्षण के लिए बुलाया जाएगा। मामले पर पहले यूजीसी ओर नैक से भी बात की जाएगी। इसके बाद ही टीम को इक्डोल के निरीक्षण के लिए बुलाया जाएगा। कुलपति ने कहा कि उन्होंने जो कमेटियां नैक की तैयारियों के लिए गठित की है उनसे भी तैयारियों को लेकर बात कुलपति करेंगे। बता दे कि इक्डोल के पास नैक से 3.26 ग्रेड ना होने की वजह से यूजीसी ने इक्डोल की मान्यता रद्द कर दी थी लेकिन एचपीयू के बार बार प्रयास के बाद इक्डोल को दो साल की अस्थाई मान्यता इक्डोल को दी है जिसके बीच नैक से 3.26 अंक इक्डोल को लेने होंगें।
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