प्रशासन ने प्रदेश सहित देश की विभिन्न मंडियों के लिए सेब की ढुलाई का भाड़ा तय कर दिया, बागवानों के विरोध के बाद भी सेब का प्रति पेटी भाड़ा पिछले साल के मुकाबले 5 फीसदी बढ़ाया गया है.
मंडी: सेब सीजन शुरू होने से पहले ही सेब ढुलाई के भाड़े ने बागवानों को झटका दे दिया है. इस बार बागवानों को करसोग के विभिन्न क्षेत्रों से शिमला मंडी सहित बाहरी राज्य की मंडियों में सेब पहुंचाने के लिए पिछले साल के मुकाबले इस बार अपनी जेब अधिक ढीली करनी होगी.
बता दें कि सेब भाड़े को लेकर एसडीएम करसोग की अध्यक्षता में फल उत्पादन संघ और ट्रक ऑपरेटर यूनियन के बीच आयोजित बैठक में बागवानों के विरोध करने के बावजूद भी सेब की प्रति पेटी ढुलाई भाड़े में 5 फीसदी की वृद्धि का निर्णय लिया गया है.
मिली जानकारी में मुताबिक ट्रक ऑपरेटर यूनियन ने पिछले साल की तुलना में सेब ढुलाई के भाड़े में 30 फीसदी वृद्धि की मांग रखी थी. हालांकि प्रति क्विंटल सेब ढुलाई में किसी भी तरह की वृद्धि नहीं की गई है. ये रेट पिछले साल की ही तरह इस बार भी लागू रहेंगे. वहीं, सेब की पेटियों को लादने की दरों में भी 50 पैसे की वृद्धि की गई है. इस बार बागवानों को प्रति सेब पेटी की पर चार रुपये देने होंगे.
एसडीएम करसोग अपूर्व देवगन ने बताया कि दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद सर्व सहमति से सेब की ढुलाई में प्रति पेटी 5 फीसदी वृद्धि का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि ट्रक ऑपरेटर्स को सीजन में पर्याप्त ट्रक उपलब्ध करवाने के भी निर्देश जारी किए गए हैं.
अब ये होगा प्रति पेटी भाड़ा
प्रशासन ने बखरौट, चिंडी व चुराग से दिल्ली मंडी का प्रति पेटी ढुलाई भाड़ा 81 रुपये तय किया है, शिमला मंडी का भाड़ा 53 रुपये प्रति पेटी होगा. शोरशन, रेस्टाधार व पांगणा से दिल्ली का प्रति पेटी ढुलाई भाड़ा 82 रुपये होगा, शिमला का ये किराया 54 रुपये प्रति पेटी देना होगा.
इसी तरह से माहूंनाग, मशोग व बेहली से दिल्ली का किराया 83 रुपये प्रति पेटी निर्धारित किया गया है. वहीं, शिमला का प्रति पेटी किराया 54 रुपये रहेगा. ऐसे ही महोग, गवालपुर से दिल्ली का किराया 89 रुपये प्रति पेटी होगा, शिमला मंडी के लिए यही किराया 61 रुपये रहेगा.
वहीं, करसोग से फिरोजपुर 76 रुपये, मद्रास 124 रुपये, कोलकता 104 रुपये, बैंगलौर 116 रुपये और हैदराबाद के लिए प्रति पेटी सेब ढुलाई भाड़ा 104 रुपये तय की गई है.