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निकासी नाली न होने से सड़क के बीच बह रहा पानी, लोगों को हो रही परेशानी

निकासी नाली न बनने से हरिजन बस्ती त्यून सहित काथला चलौन पर पानी सड़क पर ही बह रहा है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Jul 9, 2020, 2:11 PM IST

Water flowing between the road
सड़क के बीच बह रहा पानी

बिलासपुर: हरिजन बस्ती त्यून सहित काथला चलौन पंगा 4 गांवों की आबादी को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग की हालत बरसात की दस्तक के साथ ही हर वर्ष की तरह खस्ता हो गई है. इस सड़क पर निकासी नाली न बनने से सड़क के बीचोंबीच बहते बरसाती पानी से सड़क किसी नाली से कम नहीं नजर आ रही है, तो वहीं, सड़क टूटने से वाहन चालकों सहित राहगीरों के लिए भी यह सड़क परेशानी का सबब बन गई है.

हालांकि इस सड़क की निकासी नाली निर्माण के लिए विभाग की ओर से टेंडर किए गए थे, जिसे एक ठेकेदार की ओर से लिया भी गया था, लेकिन बाद में कई वर्ष निर्माण कार्य शुरू न करने से बाद विभाग को मजबूरी में यह टेंडर रद्द करने पड़े. इसी ठेकेदार को इस सड़क की टारिंग का कार्य भी दिया गया था, जिसे भी समय पर पूरा न करने पर विभाग की ओर से इस ठेकेदार को पेनल्टी भी लगाई गई थी, लेकिन इसके बाद भी इसी ठेकेदार को नाली निर्माण कार्य भी दे दिया गया.

अब ठेकेदार की गलती का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है तो इसके साथ ही सड़क भी किसी नाले से कम नजर नहीं आ रही है. ग्रामीणों ने मांग की है कि इस सड़क की नाली के निर्माण कार्य को लेने वाले ठेकेदार को हर्जाना लगाया जाए और ऐसे ठेकेदारों को अगले टेंडर न दिए जाएं.

वहीं, सड़क टूटने से वाहन चालकों सहित राहगीरों के लिए भी यह सड़क परेशानी का सबब बन गई है. मामले को लेकर पीडब्ल्यूडी स्वारघाट के जेई ने बताया कि इस नाली का टेंडर ठेकेदार को दिया था जिसने समय पर काम नहीं किया और बिलासपुर एक्सईएन डिवीजन की ओर से ठेकेदार का टेंडर रद्द कर दिया गया. अब नया टेंडर आवंटन होकर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: किन्नौर विधायक ने प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप, संजीवनी चिकित्सालय को कोविड सेंटर बनाने की उठाई मांग

बिलासपुर: हरिजन बस्ती त्यून सहित काथला चलौन पंगा 4 गांवों की आबादी को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग की हालत बरसात की दस्तक के साथ ही हर वर्ष की तरह खस्ता हो गई है. इस सड़क पर निकासी नाली न बनने से सड़क के बीचोंबीच बहते बरसाती पानी से सड़क किसी नाली से कम नहीं नजर आ रही है, तो वहीं, सड़क टूटने से वाहन चालकों सहित राहगीरों के लिए भी यह सड़क परेशानी का सबब बन गई है.

हालांकि इस सड़क की निकासी नाली निर्माण के लिए विभाग की ओर से टेंडर किए गए थे, जिसे एक ठेकेदार की ओर से लिया भी गया था, लेकिन बाद में कई वर्ष निर्माण कार्य शुरू न करने से बाद विभाग को मजबूरी में यह टेंडर रद्द करने पड़े. इसी ठेकेदार को इस सड़क की टारिंग का कार्य भी दिया गया था, जिसे भी समय पर पूरा न करने पर विभाग की ओर से इस ठेकेदार को पेनल्टी भी लगाई गई थी, लेकिन इसके बाद भी इसी ठेकेदार को नाली निर्माण कार्य भी दे दिया गया.

अब ठेकेदार की गलती का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है तो इसके साथ ही सड़क भी किसी नाले से कम नजर नहीं आ रही है. ग्रामीणों ने मांग की है कि इस सड़क की नाली के निर्माण कार्य को लेने वाले ठेकेदार को हर्जाना लगाया जाए और ऐसे ठेकेदारों को अगले टेंडर न दिए जाएं.

वहीं, सड़क टूटने से वाहन चालकों सहित राहगीरों के लिए भी यह सड़क परेशानी का सबब बन गई है. मामले को लेकर पीडब्ल्यूडी स्वारघाट के जेई ने बताया कि इस नाली का टेंडर ठेकेदार को दिया था जिसने समय पर काम नहीं किया और बिलासपुर एक्सईएन डिवीजन की ओर से ठेकेदार का टेंडर रद्द कर दिया गया. अब नया टेंडर आवंटन होकर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा.

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