बिलासपुर: पशुपालन विभाग बिलासपुर में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. रामस्वरूप ने गाय की छोटी आंत का सफल ऑपरेशन किया है. चार घंटे तक चले इस ऑपरेशन में चिकित्सक ने काफी मशक्कत के बाद गाय और उसके पेट में पल रहे तीन माह के बच्चे को भी सुरक्षित बचाया है.
टेस्ट में सामने आई आंत में बिमारी
बिलासपुर के बनेर क्षेत्र के रहने वाले गाय के मालिक कुछ दिन पहले ही इसे बिलासपुर के पशु-पालन अस्पताल में लाए थे. इस दौरान इस गाय की तबीयत अधिक खराब बताई जा रही थी. ऐसे में चिकित्सक ने शुरुआती चरण में गाय के अंदर चल रही बीमारियों का पता लगाने के लिए विभिन्न प्रकार के टेस्ट किए गए. इस दौरान टेस्टों में रिपोर्ट में गाय के पेट में छोटी अंतड़ियों में काफी खराबी सामने आई थी. वहीं, चिकित्सक ने तुरंत प्रभाव से इस गाय का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया और यह सफल ऑपरेशन चार घंटे में कर दिखाया.
ऐसे मामलों में पशुओं का बच पाना मुश्किल
विशेषज्ञों की मानें तो उनका कहना है कि ऐसे मामलों में पशुओं का बच पाना मुश्किल होता है, लेकिन बिलासपुर में तैनात वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ. रामस्वरूप ने यह सफल ऑपरेशन कर दिखाया है. जिसकी बिलासपुर के अधिकारियों ने प्रशंसा भी की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह ऑपरेशन पहली बार बिलासपुर पशु-पालन वेटनरी पाॅलीक्लिनिक में हुआ है.
पहली बार में ही बिलासपुर सफल ऑपरेशन
इससे पहले इस तरह ऑपरेशन पालमपुर वेटनरी में हआ करते थे, लेकिन इस दफा पहली बार बिलासपुर में यह सफल ऑपरेशन किया गया है. अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस तरह के मामले में गाय अपने दाहिने ओर पीछे मुड़कर का बार-बार देखती है और अपने पेट में लातें मारना शुरू कर देती है. ऐसे में इन लक्षणों के आधार पर चिकित्सक ने गाय का टेस्ट लिया. टेस्ट की रिपोर्ट में यह सामने आया.
प्रदेश का एकमात्र बिलासपुर में है ट्रॉमा सेंटर
बता दें कि बिलासपुर का वेटनरी पाॅलीक्लिनिक सेंटर में ट्रॉमा सेंटर भी है. वहीं, यह सेंटर प्रदेश के एक मात्र बिलासपुर जिला में ही बनाया गया है. यहां पर पशुओं को इलाज के बाद उन्हें यहां पर रखने की भी काफी क्षमता है. वर्तमान की बात करें तो यहां पर आधा दर्जन के करीब पशु उपचाराधीन है. वहीं, इस ट्रॉमा सेंटर का शुभारंभ हिमाचल के राज्यपाल बंडारू दतात्रेय द्वारा किया गया था.
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