बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश में इस बार वन महोत्सव एक ही समय एक ही तिथि के अनुसार मनाया जाएगा. प्रदेश में राज्य स्तरीय जिलास्तर पर वन महोत्सव के आयोजन का अंदाज अलग होगा. इस बाबत वन विभाग ने पूरा शेड्यूल तैयार कर लिया है, जिसके तहत राज्यस्तरीय वन महोत्सव इस बार राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ शिमला में आयोजित किया जाएगा.
पीटरहॉफ में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे. इसके अलावा इस बार प्रदेश के 40 डिवीजन में वन महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना सुनिश्चित करने के मद्देनजर कार्यक्रमों में 20 से 30 लोगों की सहभागिता ही तय की गई है.
बता दें कि इस साल खास बात यह है कि प्रदेश में राज्य स्तरीय और डिवीजन स्तर के कार्यक्रम 21 जुलाई को सुबह दस बजे एक ही समयसारिणी के आधार पर होंगे. कोरोना संक्रमण के कारण कार्यक्रमों के लिए यह व्यवस्था निर्धारित की गई है.
मिली जानकारी के मुताबिक पिछले साल मंडी के पनारसा में राज्यस्तरीय वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए वन महोत्सव कार्यक्रमों में बदलाव किया गया है. प्रदेश के चालीस डिवीजन में होने वाले वन महोत्सव को भी राज्यस्तरीय कार्यक्रम के साथ ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत लिंक किया जाएगा.
शिमला से मुख्यमंत्री प्रदेश भर में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में ऑनलाइन जानकारी हासिल करेंगे. इस दौरान सीएम अफसरों के साथ सवाल जबाव भी कर सकते हैं. ऐसे में डिवीजन स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारियां चल रही है.
बिलासपुर के मुख्य अरण्यपाल आरएस पटियाल ने बताया कि बिलासपुर डिवीजन में बिनौला बीट के तहत सिहड़ा में कार्यक्रम होगा. इस दौरान चिहिंत किए गए एक हेक्टेयर एरिया में 500 पौधे लगाए जाएंगे, जबकि कुनिहार डिवीजन में ऊंचा गांव में होने वाले कार्यक्रम के तहत 1 हेक्टेयर एरिया में 500 पौधे यानी कुल 1500 पौधे लगाए जाएंगे.
आरएस पटियाल ने बताया कि इस कार्यक्रम में ढाई साल से ज्यादा आयु और चार से पांच फीट ऊंचाई के पौधे रोपे जाएंगे. जबकि इससे पहले आयोजित कार्यक्रमों में एक साल या इससे अधिक आयु और डेढ़ फीट वाले पौधे लगाए जाते थे, लेकिन इस बार थोड़ा बदलाव किया गया है.
आरएस पटियाल ने बताया कि बिलासपुर डिवीजन में शीशम, खैर, दाड़ू, आमला और फ्रूट प्लांट भी लगाए जाएंगे, जबकि कुनिहार डिवीजन में कचनार, खैर, जामुन, हरड़, बेहड़ा व आमला इत्यादि प्लांट रोपे जाएंगे.
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