बिलासपुर: विकासखंड झंडूता की बड़गांव पंचायत के उपप्रधान समेत 6 पंचायत सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है. पंचायत प्रधान पर अनियमितताएं बरतने का आरोप लगाकर सभी ने डीसी को इस्तीफा सौंप है. इससे पहले उपमंडल अधिकारी और खंड विकास अधिकारी झंडूता ने पंचायत में हुई वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा कर दिया है. जांच में पाया गया है कि नियमों को ताक पर रखकर कई कामों में वित्तीय गड़बड़ियां की गई हैं. इसकी रिपोर्ट डीसी बिलासपुर को भेज दी गई है.
बड़े पैमाने पर हुई धांधली
इसके बाद पंचायत बड़गांव के उपप्रधान रमेश चंद सहित वार्ड नंबर 2 के सदस्य बर्फी देवी, वार्ड नंबर 3 के सदस्य तुलसीराम, वार्ड नंबर 4 की सीमा कुमारी, वार्ड नंबर 5 की विमला देवी, वार्ड नंबर 6 की सुमन देवी और वार्ड नंबर 7 की शीला देवी ने उपायुक्त को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि पंचायत प्रधान ने डस्टबिन खरीद व वितरण में बड़े पैमाने पर धांधली की है.
मर्जी से होते हैं पंचायत के काम
उपमंडल अधिकारी ने बताया कि लगभग 30 सालों से बनी सड़क को रोक दिया गया और अपनी मर्जी से पंचायत में काम किए जाते हैं. कोरे कागज पर पंचायत सदस्यों से हस्ताक्षर करने के आरोप भी लगाए. उन्होंने उपमंडल अधिकारी झंडूता और विकास खंड अधिकारी के पास भी बयान दर्ज करवा दिए हैं. उन्होंने बताया है कि जब प्रधान के खिलाफ कई मामले सिद्ध हो चुके हैं तो विभाग की तरफ से कार्रवाई अमल में क्यों नहीं लाई जा रही है.
प्रधान कर रहे प्रताड़ित
उपमंडल अधिकारी ने कहा कि पंचायत प्रधान की ओर से उनको प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्होंने उपायुक्त से मांग की है कि जिन भी कामों में वित्तीय अनियमितताएं पाई जाती हैं उन सभी प्रस्तावों पर उपप्रधान व सदस्यों के हस्ताक्षरों को निरस्त समझा जाए. उन्होंने बताया कि पंचायत प्रधान की ओर से की गई गड़बड़ियों की रिकवरी उनसे न कर प्रधान से ही की जाए अन्यथा उनका त्यागपत्र मंजूर किया जाए.
अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार प्रधान
पंचायत प्रधान कार्यों में की गई वित्तीय अनियमितताओं के लिए स्वयं जिम्मेदार है. उन्होंने उपायुक्त से पंचायत प्रधान के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है. उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने बताया कि मामला ध्यान में नहीं है. अधिकारियों की जांच रिपोर्ट देखने के बाद मामले में कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.