बिलासपुर: कोरोना वायरस के दौर में सरकार और प्रशासन जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. प्रशासन ने बाहरी राज्यों से हिमाचल आ रहे लोगों के लिए पेड क्वारंटाइन की व्यवस्था भी की है. हिमाचल में पर्यटन का कारोबार ठप होने से होटल सूने पड़े हुए हैं, ऐसे में प्रशासन आपदा को अवसर में बदलने की भरपूर कोशिशों में जुटा हुआ है.
बाहरी राज्यों से आने वाले लोग अगर होटल में रहकर क्वारंटाइन होना चाहते हैं तो इसकी सुविधा भी प्रशासन द्वारा दी जा रही है. इस मुश्किल दौर में होटलों में ठहरने वाले लोगों को 50 % ऑफ भी दिया जा रहा है.
बिलासपुर की बात की जाए तो यहां पर प्रशासन की तरफ से स्वारघाट के टूरिज्म होटल, बिलासपुर के लेक व्यू होटल व घुमारवीं के गगन होटल व झंडूता के भी एक निजी होटल को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है. इन सेंटरों में अगर कोई रहना चाहता है तो वह पैसा देकर यहां आरामदायक क्वारंटाइन समय बिता सकता है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग रोजाना क्वारंटाइन लोगों की स्वास्थ्य जांच करने के लिए पहुंचता है.
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का यह भी कहना है कि अगर कोई अधिक बीमार हो जाता है तो स्वास्थ्य विभाग उक्त व्यक्ति का उपचार फोन के माध्यम से भी करता है. उन्होंने बताया कि जब तक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट नहीं आती है तब तक उसे संदिग्ध ही माना जाता है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर उक्त होटल में कोई पॉजिटिव पाया जाता है तो होटल में कार्य कर रहे सभी कर्मचारियों का कोविड टेस्ट किया जाता है. होटल में जिस भी व्यक्ति को क्वारंटाइन किया जाता है, उसकी हेल्थ और खाने की सारी सुविधा का भी खास ख्याल रखा जाता है.
अगर व्यक्ति खाना घर से मंगवाकर खाना चाहता है तो यह सुविधा भी होटल और प्रशासन की तरफ से मुहैया करवाई गई है. वहीं, क्वारंटाइन की समय अवधि पूरा कर चुके लोगों का भी यही कहना है कि क्वारंटाइन के दौरान उन्हें किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा.
प्रदेश के होटल इन दिनों इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन सेंटर्स का बेहतर विकल्प बनते जा रहे हैं. प्रशासन और होटलियर्स के आपसी सामंजस्य होने से लोगों को क्वारंटाइन होने के लिए अच्छा विकल्प भी मिल रहा है और कुछ होटल कारोबारियों की आर्थिकी को कुछ हद तक सहारा भी मिल रहा है.