बिलासपुर: 1 जुलाई से प्रदेश के सभी मंदिरों को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा. हालांकि इस दौरान सिर्फ दर्शन की इजाजत दी गई है, पूजा-पाठ पर अभी भी रोक जारी रख गई है. इसी कड़ी में बिलासपुर जिले का नैना देवी मंदिर भी खोल दिया जाएगा. इसी के चलते मंदिर के रोप-वे का संचालन भी शुरू हो जाएगा. रोप-वे के दोबारा संचालन को लेकर श्री नैना देवी रोप-वे रज्जू मार्ग ने तैयारियां शुरू दी हैं.
रोप-वे प्रबंधन ने शुरू की तैयारियां
एक जुलाई से विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी मंदिर खुलने जा रहा है. इसको लेकर श्री नैना देवी रज्जू मार्ग प्रबंधन ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. रज्जू मार्ग के द्वारा यात्री मुख्य सड़क से मंदिर के समीप मात्र 5 मिनट में पहुंच जाते हैं. काफी संख्या में श्रद्धालु रोप-वे के जरिए माता के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं. हालांकि विकलांग श्रद्धालुओं के लिए रोप-वे प्रबंधन के द्वारा फ्री सुविधा प्रदान की गई है.
सोशल डिस्टेंस के लिए खास इंतजाम
कोरोना के चलते रोप-वे स्टेशन के आसपास गोल चक्कर लगाए गए हैं ताकि श्रद्धालु सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए इस सुविधा का लाभ उठा सकें. इसके अलावा रोप-वे प्रबंधन के द्वारा रोप-वे स्टेशन के पास गाड़ियों के लिए फ्री पार्किंग की व्यवस्था, पीने के पानी का इंतजाम, रोप-वे रेस्टोरेंट में शुद्ध वैष्णो भोजन की व्यवस्था भी की गई है.
250 करोड़ की लागत का है रोप-वे
साल 2012-13 में श्री नैना देवी और श्री आनंदपुर साहिब पंजाब के बीच रोप-वे का निर्माण का काम शुरू हुआ था. 3,850 मीटर लंबे रोप-वे का निर्माण हिमाचल और पंजाब सरकार ने मिलकर किया है. रोप-वे के टर्मिनल प्रोजेक्ट का लोअर टर्मिनल पंजाब में श्री आनंदपुर साहिब के निकट रामपुर में, इंटरमीडिएट स्टेशन हिमाचल के टोबा में और अपर टर्मिनल प्वाइंट श्री नैना देवी में बना है. इसके निर्माण में 250 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.
नैना देवी में गिरे थे देवी सती के नेत्र
नैना देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में है. यह शिवालिक पर्वत श्रेणी की पहाड़ियो पर स्थित एक भव्य मंदिर है. यह देवी के 51 शक्ति पीठों में शामिल है. वर्तमान मे उत्तर भारत की 9 देवी यात्रा मे नैना देवी का छटवां दर्शन होता है. यह मंदिर समुद्र तल से 1,100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. मान्यता है कि इस स्थान पर देवी सती के नेत्र गिरे थे. मंदिर के नजदीक ही एक गुफा भी है जिसे नैना देवी गुफा के नाम से जाना जाता है.
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