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हिमाचल में एक सप्ताह के भीतर 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग को वैक्सीन लगना होगी शुरूः स्वास्थ्य मंत्री

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Published : May 11, 2021, 4:04 PM IST

18 वर्ष से लेकर 44 वर्ष आयु वर्ग तक के युवाओं को जल्द ही वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जिसके लिए प्रदेश में एक सप्ताह के अंदर 1.60 लाख डोज की आपूर्ति हो जाएगी. इसका शुल्क बाकायदा पहले ही जमा करवाया जा चुका है. यह खुलासा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने मंगलवार को बिलासपुर में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित रिव्यू मीटिंग के बाद विशेष बातचीत में किया है.

Health Minister Dr. Rajeev Saizal, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल

बिलासपुर: वैक्सीनेशन के मामले में हिमाचल प्रदेश देश भर में टॉप फाईव राज्यों में शुमार है. 18 वर्ष से लेकर 44 वर्ष आयु वर्ग तक के युवाओं को जल्द ही वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जिसके लिए प्रदेश में एक सप्ताह के अंदर 1.60 लाख डोज की आपूर्ति हो जाएगी.

इसका शुल्क बाकायदा पहले ही जमा करवाया जा चुका है. यह खुलासा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने मंगलवार को बिलासपुर में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित रिव्यू मीटिंग के बाद विशेष बातचीत में किया है.

वीडियो रिपोर्ट.

'प्रदेश में वैक्सीनेशन की स्थिति बेहतर'

उन्होंने बताया कि बिलासपुर के बाद वह हमीरपुर और कांगड़ा में कोविड व्यवस्थाओं का रिव्यू करेंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ प्रदेश भर का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा ले चुके हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में वैक्सीनेशन की स्थिति बेहतर है और यही वजह है कि पूरे देश भर में वैक्सीनेशन के मामले में टॉप पांच राज्यों में हिमाचल भी शामिल है.

अभी तक प्रदेश में कोविड-19 की पहली व दूसरी डोज कुल 2040410 लोगों को लगाई जा चुकी है जिसके तहत पहली डोज 1659619 और दूसरी डोज 380791 लोगों को लगाई गई है. यदि हिमाचल में बेड की स्थिति की बात करें तो इस समय पूरे प्रदेश भर में 3562 बेड हैं, जबकि 1764 ऑक्सीजन बेड हैं.

इसी प्रकार आईसीयू बेड की संख्या 250 है तो वहीं, डी-टाईप ऑक्सीजन सिलेंडर 4500, बी-टाईप सिलेंडर 1568 और सामान्य यानी छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर की तादाद 6068 है. उन्होंने बताया कि हाल ही में यूएसए से प्राप्त हुए एन-95 मास्क केंद्र सरकार की ओर से भिजवाए गए हैं.

'प्रदेश में हर दिन 60 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का हो रहा उत्पादन'

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन सिलेंडर का पर्याप्त स्टॉक है और रोजाना 60 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है, जबकि प्रतिदिन खपत 23 मीट्रिक टन है. हालांकि प्रदेश में कोविड चेन तोड़ने को लगाए गए प्रतिबंधों के जल्द ही सकारात्मक परिणाम दिखेंगे, लेकिन यदि मामले बढ़ते भी हैं तो ऐसी स्थिति से निपटने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है. कोई परेशानी आड़े नहीं आएगी.

'प्रदेश में दवाओं का पर्याप्त मात्र में स्टॉक उपलब्ध'

प्रदेश में जीवनरक्षक दवाओं का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में है. भ्रांतियों पर उन्होंने स्पष्ट किया कि घबराने की जरूरत नहीं है. जिला उपमंडल से लेकर प्राईमरी हेल्थ सेंटर और हेल्थ सब सेंटर सभी दवाओं के स्टॉक से भरे पड़े हैं. प्रदेश में कोविड-19 से निपटने के लिए तमाम प्रबंध किए गए हैं और सरकार हर स्तर पर जनता की सेवा के लिए तत्परता से कार्य कर रही है. खुद मुख्यमंत्री हर दिन स्थिति पर अपडेट ले रहे हैं.

ये भी पढ़ें- गुड़िया दुष्कर्म और हत्या मामला: दोषी नीलू को आज सुनाई जा सकती है सजा

बिलासपुर: वैक्सीनेशन के मामले में हिमाचल प्रदेश देश भर में टॉप फाईव राज्यों में शुमार है. 18 वर्ष से लेकर 44 वर्ष आयु वर्ग तक के युवाओं को जल्द ही वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जिसके लिए प्रदेश में एक सप्ताह के अंदर 1.60 लाख डोज की आपूर्ति हो जाएगी.

इसका शुल्क बाकायदा पहले ही जमा करवाया जा चुका है. यह खुलासा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने मंगलवार को बिलासपुर में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आयोजित रिव्यू मीटिंग के बाद विशेष बातचीत में किया है.

वीडियो रिपोर्ट.

'प्रदेश में वैक्सीनेशन की स्थिति बेहतर'

उन्होंने बताया कि बिलासपुर के बाद वह हमीरपुर और कांगड़ा में कोविड व्यवस्थाओं का रिव्यू करेंगे. इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ प्रदेश भर का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा ले चुके हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में वैक्सीनेशन की स्थिति बेहतर है और यही वजह है कि पूरे देश भर में वैक्सीनेशन के मामले में टॉप पांच राज्यों में हिमाचल भी शामिल है.

अभी तक प्रदेश में कोविड-19 की पहली व दूसरी डोज कुल 2040410 लोगों को लगाई जा चुकी है जिसके तहत पहली डोज 1659619 और दूसरी डोज 380791 लोगों को लगाई गई है. यदि हिमाचल में बेड की स्थिति की बात करें तो इस समय पूरे प्रदेश भर में 3562 बेड हैं, जबकि 1764 ऑक्सीजन बेड हैं.

इसी प्रकार आईसीयू बेड की संख्या 250 है तो वहीं, डी-टाईप ऑक्सीजन सिलेंडर 4500, बी-टाईप सिलेंडर 1568 और सामान्य यानी छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर की तादाद 6068 है. उन्होंने बताया कि हाल ही में यूएसए से प्राप्त हुए एन-95 मास्क केंद्र सरकार की ओर से भिजवाए गए हैं.

'प्रदेश में हर दिन 60 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का हो रहा उत्पादन'

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन सिलेंडर का पर्याप्त स्टॉक है और रोजाना 60 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है, जबकि प्रतिदिन खपत 23 मीट्रिक टन है. हालांकि प्रदेश में कोविड चेन तोड़ने को लगाए गए प्रतिबंधों के जल्द ही सकारात्मक परिणाम दिखेंगे, लेकिन यदि मामले बढ़ते भी हैं तो ऐसी स्थिति से निपटने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है. कोई परेशानी आड़े नहीं आएगी.

'प्रदेश में दवाओं का पर्याप्त मात्र में स्टॉक उपलब्ध'

प्रदेश में जीवनरक्षक दवाओं का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में है. भ्रांतियों पर उन्होंने स्पष्ट किया कि घबराने की जरूरत नहीं है. जिला उपमंडल से लेकर प्राईमरी हेल्थ सेंटर और हेल्थ सब सेंटर सभी दवाओं के स्टॉक से भरे पड़े हैं. प्रदेश में कोविड-19 से निपटने के लिए तमाम प्रबंध किए गए हैं और सरकार हर स्तर पर जनता की सेवा के लिए तत्परता से कार्य कर रही है. खुद मुख्यमंत्री हर दिन स्थिति पर अपडेट ले रहे हैं.

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