ETV Bharat / state

बुधवार को स्कूलों में नौनिहालों को नहीं मिला खाना, मांगों को लेकर सड़कों पर उतरी मिड डे मील वर्कर्स

बिलासपुर में जिला भर की मिड डे मील वर्कर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरी और रोष रैली में वर्कर्स ने उपायुक्त परिसर में जमकर नारेबाजी की. वर्कर्स ने उपायुक्त राजेश्वर गोयल के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा.

Mid day meal workers
मांगों को लेकर सड़कों पर उतरी मिड डे मील वर्कर्स.
author img

By

Published : Dec 26, 2019, 6:45 PM IST

बिलासपुर: जिला बिलासपुर के स्कूलों में बुधवार को नौनिहालों को खाना नहीं मिला है. बिलासपुर में जिला भर की मिड डे मील वर्कर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरी और रोष रैली में वर्कर्स ने उपायुक्त परिसर में जमकर नारेबाजी की.

वहीं, वर्कर्स ने उपायुक्त राजेश्वर गोयल के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा. वर्कर्स का कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता है, लेकिन सरकार उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.

वीडियो रिपोर्ट.

मिड डे मील वर्कर्स की मांग है कि वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को बिना शर्त नियमित किया जाए. इसके साथ ही 25 बच्चों वाली शर्त को बंद किया जाए. कर्मचारियों के सेवा निर्मित और शर्त अनुसार हटाए जाने पर कम से कम 2 लाख प्रति कर्मचारी को दिए जाने की मांग की. इसके साथ ही कर्मचारियों का बीमा, नियुक्ति पत्र और नर्सरी ट्रे़ड मिड डे मील वर्कर को योग्यता के अनुसार नियुक्ती देने कीम ांग.

मिड डे मील वर्कर्स ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वर्कर्स सड़कों पर चक्का जाम करने से भी परहेज नहीं करेंगे और इसके नुकसान की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी.

बिलासपुर: जिला बिलासपुर के स्कूलों में बुधवार को नौनिहालों को खाना नहीं मिला है. बिलासपुर में जिला भर की मिड डे मील वर्कर अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरी और रोष रैली में वर्कर्स ने उपायुक्त परिसर में जमकर नारेबाजी की.

वहीं, वर्कर्स ने उपायुक्त राजेश्वर गोयल के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा. वर्कर्स का कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता है, लेकिन सरकार उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.

वीडियो रिपोर्ट.

मिड डे मील वर्कर्स की मांग है कि वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को बिना शर्त नियमित किया जाए. इसके साथ ही 25 बच्चों वाली शर्त को बंद किया जाए. कर्मचारियों के सेवा निर्मित और शर्त अनुसार हटाए जाने पर कम से कम 2 लाख प्रति कर्मचारी को दिए जाने की मांग की. इसके साथ ही कर्मचारियों का बीमा, नियुक्ति पत्र और नर्सरी ट्रे़ड मिड डे मील वर्कर को योग्यता के अनुसार नियुक्ती देने कीम ांग.

मिड डे मील वर्कर्स ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वर्कर्स सड़कों पर चक्का जाम करने से भी परहेज नहीं करेंगे और इसके नुकसान की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी.

Intro:बुधवार को स्कूलों में नौनिहालों को नहीं मिला खाना
अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतरी मिड डे मील वर्कर्स
उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री सहित मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन

बिलासपुर।
बुधवार को बिलासपुर जिला के स्कूलों में नौनिहालों को खाना नहीं मिला है। जी हां, क्योंकि अपनी मांगों को लेकर जिला भर की मिड डे मील वर्कर सड़कों पर उतर आई। बुधवार को बिलासपुर में अपनी मांगों को लेकर निकाली गई रोष रैली में वर्कर्स ने उपयुक्त परिसर में जमकर नारेबाजी की। वहीं उपायुक्त राजेश्वर गोयल के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा। वर्कर्स का कहना है कि इस प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता है। जबकि उनकी मांगों की ओर कोई भी सरकार ध्यान नहीं दे रही।


Body:मिड डे मील वर्कर्स की मांग है कि वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को बिना शर्त नियमित किया जाए। इसके साथ ही 25 बच्चों वाली शर्त को बंद किया जाए। कर्मचारियों के सेवा निर्मित तथा शर्त अनुसार हटाए जाने पर कम से कम 2 लाख प्रति कर्मचारी दिया जाए, कर्मचारियों का बीमा किया जाए, कर्मचारी की नियुक्ति पत्र दिए जाए, कुछ मिड डे मील वर्कर नर्सरी ट्रेड है उन्हें योग्यता के अनुसार नियुक्त किया जाए।


बाइट...
भगत सिंह वर्मा,,,वाइस प्रेजिडेंट इंटक बिलासपुर।


Conclusion:अपनी मांगों के लिए गरजी मिड डे मील वर्कर्स ने प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को सरकार पूरा नहीं करती है तो अब वर्कर्स सड़कों पर चक्का जाम करने से भी परहेज नहीं करेंगे। इस दौरान उक्त समय पर आने वाली परेशानी की जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होगी।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.