घुमारवीं/बिलासपुर: कोरोना महामारी के बीच नियमों का पालन करने का बहुत बढ़िया उदाहरण घुमारवीं उपमंडल के गांव बबैली में देखने को मिला. जहां दूल्हा अरविंद अकेले ही दुल्हन लेने गया. दुल्हन के परिवार के कुछ सदस्यों की मौजूदगी में रस्में निभाई गई. दुल्हन के परिजनों ने भी खुशी-खुशी नवविवाहित जोड़े को विवाह संपन्न होने के बाद विदा किया.
अरविंद ने पेश की मिसाल
अरविंद ने बताया कि जब शादी की तारीख तय हुई थी, तब सोचा था कि अपने रिश्तेदारों के अलावा दोस्त भी होंगे. बैंड-बाजे पर सब नाचेंगे, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ये ख्वाब अधरे रह गए. अरविंद का कहना है कि उन ख्वाबों से ज्यादा आजकल करोना महामारी से बचना जरूरी है. जान है तो जहान है. महामारी खत्म होने के बाद दोस्तों, रिश्तेदारों को भी बुलाएंगे और नाच गाना भी होगा. इस वक्त अपनी खुशियों से ज्यादा लोगों की जान जरूरी है.
सरकार के आदेशों का पालन
वबैली गांव के अरविंद की शादी बेहड़ा गांव की पूजा से हुई. सरकार के आदेशों का पालन करते हुए हर बात का ख्याल रखा गया. दूल्हे ने गाड़ी खुद ड्राइव कर बेहड़ा गांव अपनी पत्नी को लेने पहुंच गए. दुल्हन पक्ष की तरफ से भी शादी में महज पारिवारिक सदस्य मौजूद रहे. दुल्हन के परिवार के कुछ सदस्यों की मौजूदगी में रस्में निभाई निभाई गई.
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