बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के नैना देवी में बीती रात से मौसम काफी ठंडा हो गया है. मई के महीने में दिसंबर महीने की सर्दी जैसा एहसास हो रहा था. वहीं, शक्ति पीठ श्री नैना देवी मंदिर में एक चमत्कार भी देखने को मिला. दरअसल, प्राचीन समय से ही यहां माता ज्वाला माता की ज्योति माता नैना देवी से मिलने के लिए आती हैं. वहीं, श्रद्धालुओं को भी माता के दर्शन करने का मौका मिलता है.
वहीं, कल देर रात तेज हवाएं चलने लगी और ज्वाला माता की ज्योति नैना देवी से मिलने मंदिर पहुंची. वहां मौजूद श्रद्वालुओं को भी ज्वाला माता की ज्योति के दर्शन का मौका मिला. इसे कलियुग में साक्षात चमत्कार माना जाता है. बता दें कि नैना देवी मंदिर 51 शक्तिपीठों से एक हैं. यहां माता पार्वती के नेत्र गिरे थे, इसलिए इसे नैना देवी मंदिर कहा जाता है. नैना देवी मंदिर हिंदुओं के पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है, जहां हर साल श्रद्वालुओं भारी संख्या में आते हैं. मंदिर से कुछ ही दूरी पर स्थित पवित्र जल का तालाब है. मंदिर के समीप ही एक गुफा है जिसे नैना देवी गुफा के नाम से भी जाना जाता है.
आपको बता दें कि माता के प्राचीन त्रिशूल पर और पीपल के पेड़ के ऊपर ज्योतियों के दर्शन होते हैं. कई श्रद्धालुओं के हाथों पर फूलों पर भी ज्योतियों के दर्शन होते हैं. उस समय मंदिर में जो भी श्रद्धालु विद्यमान होते हैं उन श्रद्धालुओं को माता जी की अदभुत ज्योति के दर्शन होते हैं और श्रद्धालु अपने आपको बहुत भाग्यशाली मानते हैं. अकसर वर्ष भर में तीन चार बार ज्वाला माता श्री माता नैना देवी से मिलने के लिए आती हैं और 10 से 15 मिनट माताजी की ज्योति के दर्शन श्रद्धालुओं को होते हैं.
Disclaimer: वीडियो में दिख रही ज्योतियों की पुष्टि ईटीवी भारत नहीं करता है. पाठक अपने विवेक का इस्तेमाल करें.