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बिलासपुर में वेंटिलेटर तो हैं, लेकिन मैनपावर नहीं, इमरजेंसी में मरीजों को नहीं मिल पाएगा लाभ

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Published : May 15, 2021, 5:27 PM IST

बिलासपुर जिला अस्पताल में वेंटिलेटर तो उपलब्ध हैं, लेकिन इनके संचालन के लिए मैनपावर ही नहीं है. विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो एक वेंटिलेटर संचालन के लिए तीन एनेस्थिसियाए तीन ओटीए और इतनी ही स्टाफ नर्स की आवश्यकता रहती है. जिला में इस समय 2 दर्जन से अधिक वेंटिलेटर उपलब्ध हो चुके हैं मगर इनका संचालन करने के लिए स्टाफ व डॉक्टर ही नहीं हैं.

Bilaspur District Hospital, बिलासपुर जिला अस्पताल
फोटो.

बिलासपुर: कोरोना संकट की इस घड़ी में वेंटिलेटर का खराब परिस्थिति में मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा. बिलासपुर जिला अस्पताल में वेंटिलेटर तो उपलब्ध हैं, लेकिन इनके संचालन के लिए मैनपावर ही नहीं है.

विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो एक वेंटिलेटर संचालन के लिए तीन एनेस्थिसियाए तीन ओटीए और इतनी ही स्टाफ नर्स की आवश्यकता रहती है. जिला में इस समय 2 दर्जन से अधिक वेंटिलेटर उपलब्ध हो चुके हैं मगर इनका संचालन करने के लिए स्टाफ व डॉक्टर ही नहीं हैं.

मैनपावर न होने की वजह से इनका सदुपयोग नहीं हो पा रहा

विडंबना यह है कि स्वास्थ्य प्रशासन के पास संचालन के लिए मैनपावर न होने की वजह से इनका सदुपयोग नहीं हो पा रहा. जानकारी के मुताबिक कोविड संकट के इस दौर में वेंटिलेटर की सर्वाधिक जरूरत है. क्योंकि ज्यादा तबीयत खराब होने की स्थिति में मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा जाता है.

वीडियो रिपोर्ट.

बताया जा रहा है कि प्रदेश भर में केवल मेडिकल कॉलेजों में ही इनका संचालन किया जा रहा हैए जबकि जिला अस्पतालों में मैनपावर के अभाव में यह सहूलियत मरीजों को नहीं मिल पा रही. बिलासपुर जिला की बात करें तो यहां पर तेईस वेंटिलेटर उपलब्ध हैं जिसके तहत 10 बिलासपुर क्षेत्रीय अस्पताल, घुमारवीं सिविल अस्पताल में 7 और मारकंडेय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 और झंडूता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं.

स्टाफ की कमी की वजह से वेंटिलेटर प्रयोग में नहीं लाए जा रहे

बता दें कि वेंटिलेटर संचालन के लिए एनेस्थिसिया, ओटी, और स्टाफ नर्सिज की जरूरत होती है. एक वेंटिलेटर के लिए तीन एनेस्थिसिया, तीन ओटी, और तीन ही स्टाफ नर्स चाहिए, मगर जिला में स्टाफ की कमी की वजह से वेंटिलेटर प्रयोग में नहीं लाए जा रहे.

राज्य सरकार को मैनपावर उपलब्ध करवाने के लिए लिखा है

प्रशासन का कहना है कि बिलासपुर जिला अस्पताल में दो एनेस्थिसिया कार्यरत हैं, लेकिन दोनों ही डॉक्टर रूटीन की सर्जरी इत्यादि के लिए व्यस्त रहते हैं. यदि वेंटिलेटर संचालन के लिए इनकी डयूटी लगाई जाती है तो फिर अस्पताल में रूटीन की सर्जरी कार्य प्रभावित होंगे. इसलिए राज्य सरकार को मैनपावर उपलब्ध करवाने के लिए लिखा गया है.

जैसे ही मैनपावर आएगी तो इनका संचालन शुरू कर दिया जाएगा

उधर, इस संदर्भ में संपर्क साधने पर स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाशचंद दड़ोच ने बताया कि जिला में इस समय 23 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं मगर इनके संचालन के लिए मैनपावर नहीं है. उन्होंने बताया कि मैनपावर उपलब्ध करवाने के लिए सरकार को लिखा गया है. जैसे ही मैनपावर आएगी तो इनका संचालन शुरू कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, कोरोना संक्रमित को ट्रामा सेंटर के बाहर ही लगा दी ऑक्सीजन

बिलासपुर: कोरोना संकट की इस घड़ी में वेंटिलेटर का खराब परिस्थिति में मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा. बिलासपुर जिला अस्पताल में वेंटिलेटर तो उपलब्ध हैं, लेकिन इनके संचालन के लिए मैनपावर ही नहीं है.

विशेषज्ञ चिकित्सकों की मानें तो एक वेंटिलेटर संचालन के लिए तीन एनेस्थिसियाए तीन ओटीए और इतनी ही स्टाफ नर्स की आवश्यकता रहती है. जिला में इस समय 2 दर्जन से अधिक वेंटिलेटर उपलब्ध हो चुके हैं मगर इनका संचालन करने के लिए स्टाफ व डॉक्टर ही नहीं हैं.

मैनपावर न होने की वजह से इनका सदुपयोग नहीं हो पा रहा

विडंबना यह है कि स्वास्थ्य प्रशासन के पास संचालन के लिए मैनपावर न होने की वजह से इनका सदुपयोग नहीं हो पा रहा. जानकारी के मुताबिक कोविड संकट के इस दौर में वेंटिलेटर की सर्वाधिक जरूरत है. क्योंकि ज्यादा तबीयत खराब होने की स्थिति में मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा जाता है.

वीडियो रिपोर्ट.

बताया जा रहा है कि प्रदेश भर में केवल मेडिकल कॉलेजों में ही इनका संचालन किया जा रहा हैए जबकि जिला अस्पतालों में मैनपावर के अभाव में यह सहूलियत मरीजों को नहीं मिल पा रही. बिलासपुर जिला की बात करें तो यहां पर तेईस वेंटिलेटर उपलब्ध हैं जिसके तहत 10 बिलासपुर क्षेत्रीय अस्पताल, घुमारवीं सिविल अस्पताल में 7 और मारकंडेय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 और झंडूता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं.

स्टाफ की कमी की वजह से वेंटिलेटर प्रयोग में नहीं लाए जा रहे

बता दें कि वेंटिलेटर संचालन के लिए एनेस्थिसिया, ओटी, और स्टाफ नर्सिज की जरूरत होती है. एक वेंटिलेटर के लिए तीन एनेस्थिसिया, तीन ओटी, और तीन ही स्टाफ नर्स चाहिए, मगर जिला में स्टाफ की कमी की वजह से वेंटिलेटर प्रयोग में नहीं लाए जा रहे.

राज्य सरकार को मैनपावर उपलब्ध करवाने के लिए लिखा है

प्रशासन का कहना है कि बिलासपुर जिला अस्पताल में दो एनेस्थिसिया कार्यरत हैं, लेकिन दोनों ही डॉक्टर रूटीन की सर्जरी इत्यादि के लिए व्यस्त रहते हैं. यदि वेंटिलेटर संचालन के लिए इनकी डयूटी लगाई जाती है तो फिर अस्पताल में रूटीन की सर्जरी कार्य प्रभावित होंगे. इसलिए राज्य सरकार को मैनपावर उपलब्ध करवाने के लिए लिखा गया है.

जैसे ही मैनपावर आएगी तो इनका संचालन शुरू कर दिया जाएगा

उधर, इस संदर्भ में संपर्क साधने पर स्वास्थ्य विभाग बिलासपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रकाशचंद दड़ोच ने बताया कि जिला में इस समय 23 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं मगर इनके संचालन के लिए मैनपावर नहीं है. उन्होंने बताया कि मैनपावर उपलब्ध करवाने के लिए सरकार को लिखा गया है. जैसे ही मैनपावर आएगी तो इनका संचालन शुरू कर दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही, कोरोना संक्रमित को ट्रामा सेंटर के बाहर ही लगा दी ऑक्सीजन

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