बिलासपुर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में सामरिक रूप से महत्वपूर्ण सभी मौसम में खुली रहने वाली अटल सुरंग के उद्घाटन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया.
ज्ञात हो कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा-नीत एनडीए सरकार ने रोहतांग दर्रे के नीचे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस सुरंग का निर्माण कराने का निर्णय किया था और सुरंग के दक्षिणी पोर्टल पर संपर्क मार्ग की आधारशिला 26 मई 2002 को रखी गई थी.
नड्डा ने कहा कि हिमाचलवासी होने के नाते भी और एक भाजपा कार्यकर्ता की दृष्टि से भी बहुप्रतीक्षित अटल टनल के उद्घाटन के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का आभार प्रकट करता हूं और सभी हिमाचल वासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से इस परियोजना को तेजी से निष्पादित करने और राज्य के लोगों की दशकों पुरानी मांग को पूरा करने के लिए मैं देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी को हार्दिक धन्यवाद देता हूं. समुद्र तल से करीब तीन हजार मीटर की ऊंचाई पर बनी लगभग 9.02 किलोमीटर लंबी 'अटल टनल' दुनिया में सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है जो वर्ष भर देश को लाहौल स्पीति घाटी से जोड़े रखेगी. पहले घाटी करीब छह महीने तक भारी बर्फबारी के कारण शेष हिस्से से कटी रहती थी.
लगभग 3,300 करोड़ रुपए की कीमत से बनी अटल टनल देश की रक्षा के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण है. आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने दिसंबर 2019 में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के सम्मान में सुरंग का नाम 'अटल टनल' रखने का निर्णय किया था. इस टनल से मनाली से केलांग की दूरी 3-4 घंटे कम हो ही जाएगी और अब मात्र महज डेढ़ घंटे तय की जा सकेगी.
इससे मनाली और लेह के बीच की दूरी भी अब 46 किलोमीटर कम हो गई है. श्रद्धेय अटल बिहारी से मनाली में हुई एक मुलाकात का जिक्र करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने कहा कि इस टनल की नींव श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने 2002 में रखी थी. उन्होंने कहा कि श्रद्धेय अटल जी ने इस टनल के शिलान्यास के समय कहा था कि ये पत्थर हिमाचल प्रदेश के विकास की नींव का पत्थर है.
भाजपा के केंद्र की सत्ता से हटने के बाद श्रद्धेय अटल जी एक बार मनाली आये थे तो उन्होंने मुझसे पूछा था कि टनल का काम कैसा चल रहा है तो मैंने उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया कि टनल का काम काफी धीमा चल रहा है. तब इस पर श्रद्धेय अटल ने कहा कि टनल के शिलान्यास का पत्थर जो मैंने रखा है, यह मेरे दिल पर रख गया है. तो मुझे इस बात की हार्दिक खुशी है कि हिमाचल प्रदेश के विकास के जिस पत्थर को श्रद्धेय अटल जी ने रखा था, कांग्रेस ने जिस पत्थर को प्रदेश के विकास का रोड़ा बना दिया था, उसे हटा कर मां भारती के सच्चे सपूत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में विकास के एक नए अध्याय की शुरुआत की है.
अटल टनल के उद्घाटन से आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न केवल मनाली और लाहौल स्पीति के बीच की दूरियां खत्म की हैं, बल्कि उन्होंने हिमाचल में विकास की गति को तेज करने की राह में आई दूरियों और प्रदेश के आगे बढ़ने के नए विजन और उसके क्रियान्वयन के बीच की भी दूरियों को भी ख़त्म किया है. इससे हिमाचल प्रदेश की वादियों में विकास की एक नई सुबह हुई है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने विगत 6 वर्षों में पुरानी स्थिति को बदलने की दिशा में अभूतपूर्व प्रयास किया है. सीमावर्ती क्षेत्रों हिमालय क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर, कारगिल, लेह-लद्दाख, उत्तराखंड और सिक्किम में अनेकों प्रोजेक्ट्स पूरे किए जा चुके हैं. साथ ही दर्जनों प्रोजेक्ट्स पर तेजी से काम चल रहा है. इस टनल के बन जाने से से मनाली और लाहौल स्फीति घाटी सालों भर एक-दूसरे से जुड़े रह सकेंगे.
नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज 'अटल टनल' के उद्घाटन से न केवल श्रद्धेय अटल जी का सपना पूरा हुआ है, बल्कि हिमाचल प्रदेश के करोड़ों लोगों का दशकों पुराना इंतजार भी खत्म हुआ है. आज का दिन मेरे लिए एक हिमाचल प्रदेश के निवासी होने के नाते और एक भाजपा कार्यकर्ता की दृष्टि से भी इतना भावुक पल है जिसकी व्याख्या नहीं की जा सकती.