बिलासपुर: बिलासपुर की बरमाणा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने आईआरडीपी के चयन में हुई अनियमिताओं को लेकर पूर्व पंचायत प्रधान व सचिव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व प्रधान के कार्यकाल में ऐसे लोगों को आईआरडीपी में शामिल किया गया है, जिनके पास लाखों रुपये के गहने व संपत्ति है.
ग्रामीणों ने सरकार से ग्राम पंचायत बरमाणा में गलत तरीके से बनाए गए आईआरडीपी परिवारों के नाम से काटने व पात्र लोगों को शामिल करने और जांच करने की मांग की है. यहां ग्रामीणों ने प्रदेश युवा कांग्रेस की महासचिव अरुणा महाजन एवं पंचायती राज संगठन के उपाध्यक्ष भगत राम महाजन की अगुवाई में एसडीएम सदर को इस मुद्दे पर ज्ञापन सौंपा.
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सीएम के आदेश के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
इस मौके पर प्रदेश युवा कांग्रेस की महासचिव अरुणा महाजन ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 29 अगस्त 2020 को जारी एक बयान में बीपीएल अंत्योदय में शाामिल 125 फर्जी गरीब अफसरों की जांच व एफआईआर दर्ज करने की बात कही थी, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ग्राम पंचायत बरमाणा इसका एक जीता जागता उदाहरण है. जहां पूर्व पंचायत प्रधान व सचिव के कार्यकाल में गरीब व पात्र परिवारों को बीपीएल सूची से निकाला गया और अपात्र लोगों को बीपीएल सूची में शामिल किया गया, जिनके पास लाखों रूपये की धनराशि व महंगे आभूषण हैं.
अपात्र लोगों को बीपीएल सूची से बाहर करने की मांग
अरुणा महाजन ने सरकार व जिला प्रशासन ने अपात्र लोगों को बीपीएल सूची से बाहर करने की मांग की है. उन्होंने जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जिला प्रशासन ने इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं की, तो वह उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना देने पर बाध्य होंगे.
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