बिलासपुर: प्रदेश में जिला परिषद के सभी नतीजे घोषित हो चुके हैं. अब जिला परिषद चेयरमैन को लेकर कवायद शुरू हो गई है. अगर बात जिला बिलासपुर की करें, तो यहां बीजेपी समर्थित 6, कांग्रेस समर्थित 3 और पांच सीटों पर निर्दलीय ने जीत का परचम लहराया है. ऐसे में निर्दलीयों की भूमिका अहम हो गई है.
पूर्व विधायक रणधीर शर्मा का बढ़ा जनाधार!
खास बात यह है कि निकाय चुनाव में बहुमत के बावजूद मात खा गए नयनादेवी के पूर्व विधायक रणधीर शर्मा ने जिला परिषद की तीन सीटों पर बीजेपी समर्थित उम्मीदवार को जीताकर यहां पर कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है. नयनादेवी के विधायक रामलाल ठाकुर, झंडूता के विधायक जेआर कटवाल, घुमारवीं के विधायक एवं सरकार में मंत्री राजेंद्र और सदर विधायक सुभाष ठाकुर अपने एक-एक समर्थक को ही जिताने में कामयाब रहे हैं.
बागियों ने बिगाड़ा खेल
बागियों ने इस बार सारे समीकरण ही बदल डाले हैं. कांग्रेस ने निर्दलीय जीते पांच प्रत्याशियों पर पार्टी विचारधारा से जुड़े होने का दावा किया है, जबकि करणी सेना ने बरमाणा वार्ड पर अपना दावा किया है. इस वार्ड से सबसे कम आयु की 21 वर्षीय मुस्कान ने जीतकर राजनीति क्षेत्र में कदम रखा है. कांग्रेस पार्टी का दावा है कि सभी निर्दलीय कांग्रेस विचारधारा से जुड़े हैं और निश्चित तौर पर जिला परिषद पर कांग्रेस का परचम लहराएगा. बीजेपी भी जिला परिषद पर कब्जे के लिए जोड़ जुगत में है.
निर्दलीयों ने दी कड़ी टक्कर
जिला परिषद बिलासपुर के 14 वार्डों से 68 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे. कई वार्डों में भाजपा व कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों के साथ ही पार्टी से नाराज होकर मैदान में ताल ठोंक रहे उम्मीदवारों ने मुकाबला बेहद रोचक बना दिया था. शनिवार को चुनाव परिणामों की घोषणा हुई. जिसमें छह भाजपा समर्थित प्रत्याशी विजयी हुए हैं. हटवाड़ से मदन धीमान, कुठेड़ा से विमला देवी, बैहनाजट्टां से शैलजा शर्मा, नम्होल से प्रेम सिंह ठाकुर, जुखाला से सत्या ठाकुर व स्वाहण वार्ड से सरदार मान सिंह विजयी हुए हैं.
21 वर्षीय मुस्कान ने जीता जिला परिषद का चुनाव
कांग्रेस समर्थित तीन जिला पार्षदों में बरठीं से शालू रणौत, बैहनाब्राहमणा से प्रोमिला बासू व कोटखास से पूजा रानी शामिल हैं. इसके अलावा निर्दलीय जीत दर्ज करने वालों में डंगार से आईडी शर्मा, ननावां से बेलीराम टैगोर, जेजवीं से राजकुमार, बामटा से कुमार गौरव शर्मा और बरमाणा से मुस्कान शुमार हैं. बरमाणा वार्ड से जीत हासिल करने वाली मुस्कान सबसे कम आयु की पार्षद बनी हैं. बरमाणा पंचायत से संबंध रखने वाली मुस्कान ने 3115 वोटों से विजयी हासिल कर जिला परिषद पर जीत हासिल की. मुस्कान हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय से लॉ की पढ़ाई कर रही हैं. करणी सेना के संगठन मंत्री शशि शर्मा का दावा है कि यह पार्षद करणी सेना की विचारधारा से है.
जिला परिषद अध्यक्ष की सीट महिला के लिए आरक्षित
बिलासपुर में जिला परिषद के 14 वार्ड हैं. इस बार जिला परिषद अध्यक्ष की सीट महिला के लिए आरक्षित है. एक दशक से ज्यादा समय के बाद सरदारी किसी महिला के हाथ में आएगी. इस बार चुनाव में तय किए गए आरक्षण रोस्टर के तहत हटवाड़ वार्ड अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित, जबकि डंगार वार्ड अनारक्षित, कुठेड़ा अनुसूचित जाति महिला, ननावां अनुसूचित जाति, बरठीं महिला, बैहनाब्राहमणा महिला, जेजवीं अनारक्षित, बैहनाजट्टां महिला, बामटा अनारक्षित, बरमाणा अनुसूचित जाति महिला, नम्होल अनारक्षित, जुखाला महिला, स्वाहण अनारक्षित और कोटखास अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला के लिए आरक्षित किया था.
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