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तीन तलाक के बाद अब हलाला और बहुविवाह की बारी, जानें क्या कहना है हिमाचल मुस्लिम राष्ट्रीय मंच का

हिमाचल प्रदेश मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने बताया कि तीन तलाक बिल पास होने से गदगद है. हिमाचल मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा अब निकाह हलाला और एक से ज्यादा विवाह प्रथा का अंत करने की वकालत की जाएगी.

तीन तलाक के बाद अब हलाला और बहुविवाह की बारी
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Published : Aug 4, 2019, 4:50 PM IST

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने बताया कि तीन तलाक बिल पास होने से गदगद है. हिमाचल मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा अब निकाह हलाला और एक से ज्यादा विवाह प्रथा का अंत करने के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी. इस बाबत जल्द ही मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा और पूर्ण विश्वास है कि उस ओर से फैसला पक्ष में आएगा.

यह बात मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने प्रेस कांफ्रेंस में कही. उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल में तीन तलाक के केस बेहद कम हैं. बिलासपुर, सिरमौर और मंडी जिलों से एक एक मामला हो चुका है, लेकिन यह आंकड़ा देश के अन्य राज्यों के मुकाबले बेहद कम है. ऐसे में मोदी सरकार द्वारा लोकसभा के बाद राज्यसभा में पारित बिल के बाद मुस्लिम महिलाओं ने राहत की सांस ली है और इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने मोदी सरकार से देश में सिविल कॉमन कोड लागू किए जाने की वकालत की है. केडी हिमाचली ने कहा कि तीन तलाक बिल पारित होने पर देश भर में मुस्लिम समाज में खुशी की लहर है. उन्होंने विशेष तौर पर डॉ. इंद्रेश कुमार का तहेदिल से आभार जताया है जिन्होंने तीन तलाक बिल के हक में वोट डालकर इसे कानूनी शक्ल दी है.

तीन तलाक के बाद अब हलाला और बहुविवाह की बारी

सकलीन चौधरी ने कहा कि मुस्लिम मां-बहनों और माताओं को अब खौफ का जीवन जीने के लिए विवश नहीं होना पड़ेगा. लगभग चौदह सौ सालों से चली आ रही सामाजिक बुराई को खत्म करने का साहस दिखाकर मोदी सरकार ने एक बड़े समाजसुधारक का काम किया है. उन्होंने कहा कि तीन तलाक बिल के कानूनी शक्ल अख्तियार करने के बाद मुस्लिम महिलाएं कानूनन ताकतवर होंगी. उन्होंने मांग की कि हिंदू मैरिज एक्ट की तर्ज पर देश में मुस्लिम मैरिज एक्ट लाया जाना चाहिए जिसमें निकाह-हलाला और बहु पत्नी प्रथा का अंत किया जाना बेहद जरूरी है. आने वाले समय में इसके लिए बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी.

ये भी पढ़ें- हिमाचल पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती: 11 अगस्त को होगा लिखित परीक्षा का आयोजन

बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने बताया कि तीन तलाक बिल पास होने से गदगद है. हिमाचल मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा अब निकाह हलाला और एक से ज्यादा विवाह प्रथा का अंत करने के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी. इस बाबत जल्द ही मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा और पूर्ण विश्वास है कि उस ओर से फैसला पक्ष में आएगा.

यह बात मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने प्रेस कांफ्रेंस में कही. उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल में तीन तलाक के केस बेहद कम हैं. बिलासपुर, सिरमौर और मंडी जिलों से एक एक मामला हो चुका है, लेकिन यह आंकड़ा देश के अन्य राज्यों के मुकाबले बेहद कम है. ऐसे में मोदी सरकार द्वारा लोकसभा के बाद राज्यसभा में पारित बिल के बाद मुस्लिम महिलाओं ने राहत की सांस ली है और इस फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने मोदी सरकार से देश में सिविल कॉमन कोड लागू किए जाने की वकालत की है. केडी हिमाचली ने कहा कि तीन तलाक बिल पारित होने पर देश भर में मुस्लिम समाज में खुशी की लहर है. उन्होंने विशेष तौर पर डॉ. इंद्रेश कुमार का तहेदिल से आभार जताया है जिन्होंने तीन तलाक बिल के हक में वोट डालकर इसे कानूनी शक्ल दी है.

तीन तलाक के बाद अब हलाला और बहुविवाह की बारी

सकलीन चौधरी ने कहा कि मुस्लिम मां-बहनों और माताओं को अब खौफ का जीवन जीने के लिए विवश नहीं होना पड़ेगा. लगभग चौदह सौ सालों से चली आ रही सामाजिक बुराई को खत्म करने का साहस दिखाकर मोदी सरकार ने एक बड़े समाजसुधारक का काम किया है. उन्होंने कहा कि तीन तलाक बिल के कानूनी शक्ल अख्तियार करने के बाद मुस्लिम महिलाएं कानूनन ताकतवर होंगी. उन्होंने मांग की कि हिंदू मैरिज एक्ट की तर्ज पर देश में मुस्लिम मैरिज एक्ट लाया जाना चाहिए जिसमें निकाह-हलाला और बहु पत्नी प्रथा का अंत किया जाना बेहद जरूरी है. आने वाले समय में इसके लिए बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी.

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Intro:हिमाचल प्रदेश मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने बताया कि
तीन तलाक बिल पास होने से गदगद है हिमाचल मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा अब निक्काह हलाला और एक से ज्यादा विवाह प्रथा का अंत करने के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी। इस बाबत जल्द ही मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा और पूर्ण विश्वास है कि उस ओर से फैसला पक्ष में आएगा।
यह बात मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने प्रेस कांफ्रेंस में कही। उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल में तीन तलाक के केस बेहद कम हैं। बिलासपुर, सिरमौर और मंडी जिलों से एक एक मामला हो चुका है, लेकिन यह आंकड़ा देश के अन्य राज्यों के मुकाबले बेहद कम है। ऐसे में मोदी सरकार द्वारा लोकसभा के बाद राज्यसभा में पारित बिल के बाद मुस्लिम महिलाओं ने राहत की सांस ली है और इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने मोदी सरकार से देश में सिविल कॉमन कोड लागू किए जाने की वकालत की है।
उन्होंने कहा कि तीन तलाक बिल पारित होने पर देश भर में मुस्लिम समाज में खुशी की लहर है। उन्होंने विशेष तौर पर डा. इंद्रेश कुमार का तहेदिल से आभार जताया है जिन्होंने तीन तलाक बिल के हक में वोट डालकर इसे कानूनी शक्ल दी है। इसके लिए मुस्लिम मां-बहनों और माताओं को अब खौफ कका जीवन जीने के लिए विवश नहीं होना पड़ेगा। लगभग चौदह सौ सालों से चली आ रही सामाजिक बुराई को खत्म करने का साहस दिखाकर मोदी सरकार ने एक बड़े समाजसुधारक का काम किया है। मोदी है तो मुमकिन है। उन्होंने कहा कि तीन तलाक बिल के कानूनी शक्ल अख्तियार करने के बाद मुस्लिम महिलाएं कानूनन ताकतवर होंगी। उन्होंने मांग की कि हिंदू मैरिज एक्ट की तर्ज पर देश में मुस्लिम मैरिज एक्ट लाया जाना चाहिए जिसमें निक्काह-हलाला और बहु पत्नी प्रथा का अंत किया जाना बेहद जरूरी है। आने वाले समय में इसके लिए बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी।Body:Byte vishulConclusion:हिमाचल प्रदेश मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने बताया कि
तीन तलाक बिल पास होने से गदगद है हिमाचल मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा अब निक्काह हलाला और एक से ज्यादा विवाह प्रथा का अंत करने के लिए लड़ाई लड़ी जाएगी। इस बाबत जल्द ही मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा और पूर्ण विश्वास है कि उस ओर से फैसला पक्ष में आएगा।
यह बात मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश संयोजक केडी हिमाचली ने प्रेस कांफ्रेंस में कही। उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल में तीन तलाक के केस बेहद कम हैं। बिलासपुर, सिरमौर और मंडी जिलों से एक एक मामला हो चुका है, लेकिन यह आंकड़ा देश के अन्य राज्यों के मुकाबले बेहद कम है। ऐसे में मोदी सरकार द्वारा लोकसभा के बाद राज्यसभा में पारित बिल के बाद मुस्लिम महिलाओं ने राहत की सांस ली है और इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने मोदी सरकार से देश में सिविल कॉमन कोड लागू किए जाने की वकालत की है।
उन्होंने कहा कि तीन तलाक बिल पारित होने पर देश भर में मुस्लिम समाज में खुशी की लहर है। उन्होंने विशेष तौर पर डा. इंद्रेश कुमार का तहेदिल से आभार जताया है जिन्होंने तीन तलाक बिल के हक में वोट डालकर इसे कानूनी शक्ल दी है। इसके लिए मुस्लिम मां-बहनों और माताओं को अब खौफ कका जीवन जीने के लिए विवश नहीं होना पड़ेगा। लगभग चौदह सौ सालों से चली आ रही सामाजिक बुराई को खत्म करने का साहस दिखाकर मोदी सरकार ने एक बड़े समाजसुधारक का काम किया है। मोदी है तो मुमकिन है। उन्होंने कहा कि तीन तलाक बिल के कानूनी शक्ल अख्तियार करने के बाद मुस्लिम महिलाएं कानूनन ताकतवर होंगी। उन्होंने मांग की कि हिंदू मैरिज एक्ट की तर्ज पर देश में मुस्लिम मैरिज एक्ट लाया जाना चाहिए जिसमें निक्काह-हलाला और बहु पत्नी प्रथा का अंत किया जाना बेहद जरूरी है। आने वाले समय में इसके लिए बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी।
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