बिलासपुर: स्वारघाट क्वारंटाइन सेंटर में तबियत बिगड़ने पर शिमला आईजीएमसी शिफ्ट युवक की रास्ते में मौत मामले पर परिजनों ने पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. परिजनों का कहना है कि पहले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट देने में काफी समय लग गया. मांग करने पर जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई, तो उसमें मौत का कारण कुछ और ही बताया गया है.
परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा हंसराज की मौत का कारण मिर्गी का दौरा पड़ना बताया गया था, लेकिन इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मौत का कारण हेड इंजरी बताई जा रही है. मृतक के भाई देशराज ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा भी जांच के आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन उन्हें अभी तक पुलिस व जिला प्रशासन की जांच फीकी नजर आ रही है. उन्होंने यह भी बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही स्वास्थ्य विभाग व पुलिस की ओर से जांच अधिकारी उनके घर आए हुए थे. बावजूद इसके कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए हैं.
देशराज का कहना है कि पुलिस प्रशासन की जांच की जानकारी परिवार तक नहीं पहुंचाई जा रही है. उन्होंने पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह इस मामले की गहनता से जांच नहीं करते, तो वो मुख्यमंत्री से मामले की जांच उच्चाधिकारियों से करवाने की गुहार लगाएंगे. उन्होंने मांग की है कि पुलिस की कार्रवाई परिजनों से साझा होनी चाहिए. ऐसे में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं.
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