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कागजों में खुले में शौच मुक्त हुई दयोथ पंचायत, अभी भी 30 प्रतिशत लोगों के घर में नहीं शौचालय

यूं तो पंचायत को शौचमुक्त अवॉर्ड मिल गया पर अभी भी करीब 30 प्रतिशत ग्रामीणों के घर शौचालय नहीं बने हैं. लोग पंचायत के तहत करवाए गए विकासात्मक कार्यों की जांच करवाने के लिए जिला प्रशासन और सरकार से मांग कर रहे हैं.

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Published : Jun 2, 2020, 11:08 PM IST

Updated : Jun 3, 2020, 12:17 AM IST

Deoth Panchayat
दयोथ पंचायत

बिलासपुर: विधानसभा क्षेत्र नैना देवी के तहत आने वाली दयोथ पंचायत के लोग इन दिनों अपने चुने हुए प्रतिनिधियों से परेशान हैं. पंचायत के लोग विकास कार्यों में धांधली को लेकर प्रधान और वॉर्ड मेंबरों पर आरोप लगा रहे हैं.

यूं तो पंचायत को खुले में शौच मुक्त अवॉर्ड मिल गया पर अभी भी करीब 30 प्रतिशत ग्रामीणों के घर पर शौचालय नहीं बने हैं. लोग पंचायत के तहत करवाए गए विकासात्मक कार्यों की जांच करवाने के लिए जिला प्रशासन और सरकार से मांग कर रहे हैं.

वीडियो रिपोर्ट

ग्रामीणों का आरोप है कि कागजों में बीते साल पंचायत को खुले में शौच मुक्त अवॉर्ड मिला था, लेकिन अभी कुछ गरीब परिवार शौचालय बनवाने के लिए सरकार से मिलने वाली ग्रांट का इंतजार कर रहे हैं.

लोगों का आरोप है कि गांव की एकमात्र सड़क जिसे कागजों में पक्का दिखाया गया है. उस पर कभी टायरिंग ही नहीं हुई, जिसको लेकर ग्रामीण पंचायत प्रधान से सवाल कर रहे हैं.

दयोथ पंचायत के उप प्रधान श्याम लाल भी अपने सहयोगी प्रतिनिधियों से परेशान हैं. उन्होंने कहा पंचायत का प्रधान और अन्य वॉर्ड मेंबर अपने-अपने करीबियों का ही काम कर रहे हैं. वहीं, अन्य ग्रामीण सुविधाओं से महरूम हैं.

बता दें कि शौचालय मुक्त अवॉर्ड के लिए पंचायत का सर्वे कब हुआ ये न तो ग्रामीण जानते हैं और न ही पंचायत उप प्रधान. ऐसे में कागजों पर हुए विकास की ग्रामीण उच्च अधिकारियों से जांच की मांग कर रहे हैं.

बिलासपुर: विधानसभा क्षेत्र नैना देवी के तहत आने वाली दयोथ पंचायत के लोग इन दिनों अपने चुने हुए प्रतिनिधियों से परेशान हैं. पंचायत के लोग विकास कार्यों में धांधली को लेकर प्रधान और वॉर्ड मेंबरों पर आरोप लगा रहे हैं.

यूं तो पंचायत को खुले में शौच मुक्त अवॉर्ड मिल गया पर अभी भी करीब 30 प्रतिशत ग्रामीणों के घर पर शौचालय नहीं बने हैं. लोग पंचायत के तहत करवाए गए विकासात्मक कार्यों की जांच करवाने के लिए जिला प्रशासन और सरकार से मांग कर रहे हैं.

वीडियो रिपोर्ट

ग्रामीणों का आरोप है कि कागजों में बीते साल पंचायत को खुले में शौच मुक्त अवॉर्ड मिला था, लेकिन अभी कुछ गरीब परिवार शौचालय बनवाने के लिए सरकार से मिलने वाली ग्रांट का इंतजार कर रहे हैं.

लोगों का आरोप है कि गांव की एकमात्र सड़क जिसे कागजों में पक्का दिखाया गया है. उस पर कभी टायरिंग ही नहीं हुई, जिसको लेकर ग्रामीण पंचायत प्रधान से सवाल कर रहे हैं.

दयोथ पंचायत के उप प्रधान श्याम लाल भी अपने सहयोगी प्रतिनिधियों से परेशान हैं. उन्होंने कहा पंचायत का प्रधान और अन्य वॉर्ड मेंबर अपने-अपने करीबियों का ही काम कर रहे हैं. वहीं, अन्य ग्रामीण सुविधाओं से महरूम हैं.

बता दें कि शौचालय मुक्त अवॉर्ड के लिए पंचायत का सर्वे कब हुआ ये न तो ग्रामीण जानते हैं और न ही पंचायत उप प्रधान. ऐसे में कागजों पर हुए विकास की ग्रामीण उच्च अधिकारियों से जांच की मांग कर रहे हैं.

Last Updated : Jun 3, 2020, 12:17 AM IST
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