ETV Bharat / state

मृत व्यक्ति को आइसोलेट होने के फरमान मामले में जांच, डीसी ने दो दिन में मांगी रिपोर्ट - isolating dead person bilaspur

मृत व्यक्ति का कोरोना सैंपल लेने के मामले और उसे आइसोलेट होने की हिदायत देने के मामले में उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने जांच बैठा दी है. डीसी ने इसकी रिपोर्ट दो दिन में सौंपने को कहा है.

DC Bilaspur
डीसी बिलासपुर
author img

By

Published : Dec 6, 2020, 12:37 PM IST

बिलासपुर: स्वास्थ्य विभाग घुमारवीं के 36 साल पहले मृत व्यक्ति का कोरोना सैंपल लेने के मामले और उसे आइसोलेट होने की हिदायत देने के मामले में उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने जांच बैठा दी है. उपायुक्त ने सीएमओ को मामले की तुरंत जांच करने के आदेश दिए हैं.

संदेह के घेरे में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली

उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने स्वास्थ्य विभाग से पूछा है कि कर्मियों से इतनी बड़ी गलती कैसे हुई. इससे स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में आ गई है. घुमारवीं स्वास्थ्य विभाग की इस गलती से कोविड टेस्ट के आंकड़ों पर भी सवाल उठने लगे हैं.

क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार घुमारवीं स्वास्थ्य विभाग की टीम एक दिसंबर को पडयालग पंचायत के गांव बाड़ी में सैंपल लेने के लिए गई. गांव के लोगों के सैंपल लिए गए. इनमें एक परिवार से मदनलाल, उनकी पत्नी और बेटे के भी सैंपल लिए गए. सैंपल लेने के बाद मदन लाल को फोन पर स्वास्थ्य विभाग ने संदेश भेजा. इसमें मदनलाल के पिता प्रभुराम के सैंपल लेने की बात कही गई. मैसेज देख कर परिवार वाले हैरत में पड़ गए क्योंकि मदनलाल के पिता प्रभुलाल का देहांत हुए 36 साल हो चुके हैं. मदनलाल ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर रोष जताया है.

डीसी ने दो दिन में मांगी रिपोर्ट

उधर, बिलासपुर डीसी रोहित जम्वाल ने सीएमओ बिलासपुर को जांच के आदेश दिए हैं. कहा गया है कि इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई, इसकी रिपोर्ट दो दिन में सौंपी जाए. इसमें कोई भी अधिकारी या कर्मचारी गलत पाया जाता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

बिलासपुर: स्वास्थ्य विभाग घुमारवीं के 36 साल पहले मृत व्यक्ति का कोरोना सैंपल लेने के मामले और उसे आइसोलेट होने की हिदायत देने के मामले में उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने जांच बैठा दी है. उपायुक्त ने सीएमओ को मामले की तुरंत जांच करने के आदेश दिए हैं.

संदेह के घेरे में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली

उपायुक्त बिलासपुर रोहित जम्वाल ने स्वास्थ्य विभाग से पूछा है कि कर्मियों से इतनी बड़ी गलती कैसे हुई. इससे स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में आ गई है. घुमारवीं स्वास्थ्य विभाग की इस गलती से कोविड टेस्ट के आंकड़ों पर भी सवाल उठने लगे हैं.

क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार घुमारवीं स्वास्थ्य विभाग की टीम एक दिसंबर को पडयालग पंचायत के गांव बाड़ी में सैंपल लेने के लिए गई. गांव के लोगों के सैंपल लिए गए. इनमें एक परिवार से मदनलाल, उनकी पत्नी और बेटे के भी सैंपल लिए गए. सैंपल लेने के बाद मदन लाल को फोन पर स्वास्थ्य विभाग ने संदेश भेजा. इसमें मदनलाल के पिता प्रभुराम के सैंपल लेने की बात कही गई. मैसेज देख कर परिवार वाले हैरत में पड़ गए क्योंकि मदनलाल के पिता प्रभुलाल का देहांत हुए 36 साल हो चुके हैं. मदनलाल ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर रोष जताया है.

डीसी ने दो दिन में मांगी रिपोर्ट

उधर, बिलासपुर डीसी रोहित जम्वाल ने सीएमओ बिलासपुर को जांच के आदेश दिए हैं. कहा गया है कि इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई, इसकी रिपोर्ट दो दिन में सौंपी जाए. इसमें कोई भी अधिकारी या कर्मचारी गलत पाया जाता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.