बिलासपुरः हिमाचल प्रदेश में औसत के हिसाब से कोविड-19 की वैक्सीनेशन के मामले में जिला बिलासपुर नंबर वन है. जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परविंद्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला बिलासपुर में 90 प्रतिशत कोविड-19 वॉरियर्ज को वैक्सीनेशन किया जा चुका है. वैक्सीनेशन के प्रति जिला बिलासपुर में एक निजी अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग ने मान्यता प्रदान की है.
जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण को लेकर विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली है. उन्होंने बताया कि कोरोना मार्च से शुरू हो गया है. जिसमें 60 वर्ष से ऊपर वाले वृद्धों, वरिष्ठ नागरिकों को सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क टीके लगाए जाएंगे.
रजिस्ट्रर मेडिकल ऑफिसर से बीमारियों का प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. परविंद्र ने कहा कि बिलासपुर जिले के प्राइवेट अस्पताल रेनवो घुमारवीं में ये टीके अधिकतम लगभग 250 रुपये देकर लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि तीसरे चरण में 45 से 60 वर्ष के मरीज जोकि चिन्हित 20 बीमारियां से ग्रस्त हों उनका भी कोरोना टीकाकरण किया जाएगा. उन्होंने बताया कि ऐसे रोगियों को रजिस्ट्रर मेडिकल ऑफिसर से उक्त बीमारियों का प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होगा. टीका लगाने के लिए प्रार्थी को ऑनलाइन या टीकाकरण साइट पर जाकर रजिस्ट्रीकरण करवाना होगा. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्रीकरण के लिए साइट पर जाकर अपना फोन नंबर डालकर रजिस्ट्री की जा सकती है व टीकाकरण करने वाली साइट पर अपना आधार कार्ड नंबर डाल कर अपनी रजिस्ट्री करवाई जा सकती है.
ज्यादा से ज्यादा लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रीकरण करवाएं
जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि उस साइट के पास खाली स्लौट होना चाहिए तभी टीका लगेगा. उन्होंने बताया कि ज्यादा से ज्यादा लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रीकरण करवाएं. उन्होंने बताया कि टीकाकरण के लिए 70 प्रतिशत स्लॉट रिजर्व रखे गए हैं जबकि 30 प्रतिशत साइट टीकाकरण रजिस्ट्रेशन के लिए रखे गए है. इससे पहले प्रथम श्रेणी में आने वाले कोरोना वॉरियर्स को यह टीके लग चुके है. अब उन्हें दूसरे चरण का कोविड वैक्सिनेशन होना है.
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