बिलासपुर: नगर परिषद बिलासपुर की डंपिंग साइट का विवाद सुलझने के उलझता हुआ नजर आ रहा है. शनिवार दोपहर के समय नगर परिषद सहित पार्षदों की टीम जब डंपिंग साइट पर पहुंची तो बामटा पंचायत के लोगों ने यहां पर कूड़ा फेंकने के लिए एक बार फिर से मनाही कर दी. विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष में काफी देर तक खूब बहस बाजी हुई. जिसके बाद तुरंत नप के अधिकारियों ने पुलिस को बुलाया. पुलिस के पहुंचने पर भी विवाद नहीं थमा और ग्रामीणों ने नगर परिषद के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी शुरू कर दी.
बामटा पंचायत के लोगों का कहना है कि नगर परिषद को छह माह का व समय देते हैं कि वह यहां से अपनी साइट को शिफ्ट करने और उनके साथ व एग्रीमेंट कर ले. उसके बाद वह यहां पर कूड़ा फेंकने के लिए मना नहीं करेंगे, लेकिन नगर परिषद की ओर से एग्रीमेंट को लेकर कोई भी बात नहीं कही जा रही है जिसके चलते यह विवाद फिर से बढ़ गया है.
बामटा पंचायत प्रधान सीमा चंदेल का कहना है कि वह जुबानी एग्रीमेंट नहीं करेंगे. यहां पर नगर परिषद की लापरवाही की वजह से गांव में गंदगी का आलम है. वहीं, यहां पर कूड़ा जलने की वजह से यहां पर ग्रामीण बीमार हो रहे हैं. जिसके चलते वह अभी यहां पर कूड़ा फेंकने नहीं देंगे. ग्रामीणों का कहना है कि खैरिय डंपिंग साइट उनकी है. बीबीएमबी नगर परिषद को यह जमीन देती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन वह अपनी जमीन नगर परिषद को डंपिंग साइट के लिए बिल्कुल भी नहीं देंगे.
मौके पर पहुंचे पुलिस दल ने भी सारे मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन मामला शांत नहीं हुआ. मामला इतना बढ़ गया कि बामटा पंचायत प्रधान सहित नगर परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष के बीच जमकर बहस बाजी हुई.
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