बिलासपुर: कांग्रेस के कब्जे वाली नगर परिषद में इस बार बीजेपी ने क्लीन स्विप के मकसद से नए पुराने चेहरों पर दांव खेलकर कड़ी चुनौती पेश कर दी है. नगर परिषद उपाध्यक्ष कमलेंद्र कश्यप को अपने साथ मिलाकर भाजपा की इस रचना ने चुनाव में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. खास बात यह है कि जहां बीजेपी ने सभी 11 वार्डों से अपने समर्थित उम्मीदवार उतार दिए हैं. वहीं अभी तक कांग्रेस सार्वजनिक रूप से पार्टी समर्थित उम्मीदवारों की घोषणा तक नहीं कर पाई है. कांग्रेस ने आठ वार्डों से उम्मीदवारों की सूची जारी की है वह भी सोशल मीडिया के जरिए. ऐसे में बीजेपी ने नगर निकाय चुनाव को बिलासपुर में रोचक बना दिया है.
कांग्रेस का साथ छोड़ने पर अपना दर्द किया बयां
कांग्रेस का साथ छोड़ने के बाद यहां बातचीत में कमलेंद्र कश्यप और हुसैन अली ने अपना दर्द भी बयां किया और कहा कि कुछ तो गम व जुल्मों ने सताया होगा, वरना अपना पुराना आशियाना छोड़ने का किसका मन करता है. कमलेंद्र के अनुसार कांग्रेस में उन्हें कभी वह पहचान नहीं मिली जिसके वे हकदार थे. बिना किसी नेता का नाम लिए उन्होंने कहा कि कांग्रेस मे अब वह बात व नियमों की दृढ़ता नहीं रही जिसकी बातें वे अपने दादा व बुजुर्गों से सुना करते थे. उनके मन में समाज की सेवा करने की जो भावना है वह कांग्रेस में घुट सी गई थी.
भाजपा में जनसेवा के बेहतर अवसर
भाजपा का दामन उन्होंने इसी उम्मीद के साथ थामा है क्योंकि उन्हें भाजपा में जनसेवा के बेहतर अवसर दिखाई दे रहे हैं. वहीं भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष हुसैन अली का कहना है कि कांग्रेस में व्यक्तिगत स्वार्थ को साधने वाले लोग हावी हैं इसलिए वहां दम घुट रहा था. भाजपा सबका साथ सबका विकास को सच में पूरा कर दिखा रही है. इसलिए उन्होंने भाजपा में आना ही ठीक समझा.
क्या कहती हैं कांग्रेस की जिलाध्यक्ष अंजना धीमान
कांग्रेस पार्टी की जिलाध्यक्ष अंजना धीमान ने कहा कि कमलेंद्र कश्यप और हुसैन अली जैसे नेताओं का पार्टी छोड़कर जाना दुखद है. हालांकि यहां पर उनका पूरा मान सम्मान था. लेकिन ऐसा क्या हुआ जिससे उनका पार्टी को छोड़कर जाना पड़ा. इस पर मंथन किया जाएगा.
भाजपा के जिलाध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान बोले
भाजपा के जिलाध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान ने कहा कि पार्टी में कमलेंद्र कश्यप व हुसैन अली का स्वागत है. उन्हें विधिवत ढंग से पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई गई है. पार्टी में उन्हे पूरा मान-सम्मान मिलेगा.