बिलासपुर: कृषि विधेयक के विरोध में बिलासपुर में आयोजित कांग्रेस पार्टी की पदयात्रा कार्यक्रम फ्लाॅप रही. हैरानी की बात है कि प्रदेशााध्यक्ष कुलदीप राठौर इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे, जबकि इस कार्यक्रम में सौ से भी कम लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई, यही नहीं जिला के दिग्गज कई कांग्रेसी इस पदयात्रा से नदारद रहे. यह कार्यक्रम हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के स्तर का था, जिसमें चार जिलों के 17 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, लेकिन मंगलवार को नगर के आईटीआई के पास हुए इस कार्यक्रम ने कांग्रेस की एकजुटता की भी पोल खोलकर रख दी.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने पत्रकारों के सवालों के जबाव में कहा कि संकट के समय साथ देने वाला ही असली कांग्रेसी है, ऐसे में प्रदेशाध्यक्ष के इस बयान के कई मायने निकल रहे हैं. राजनीतिक गुणा-भाग करने वालों की मानें तो यह सीधे तौर पर बिलासपुर के बड़े कांग्रेसी नेताओं के स्वाभिमान और पार्टी के प्रति वफादारी को चुनौती है. कुलदीप राठौर के इस बयान ने ताउम्र चुनाव लड़कर औ लड़वाकर सरकारें बनाने और संगठन को मजबूत करने वालों की काबलियत और योग्यता को भी सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है.
प्रदेशाध्यक्ष के बयान के यह भी मायने निकलते हैं कि कांग्रेस को संकट जोन में लाने वाले भी तो पार्टी के ही लोग हैं, क्योंकि विरोधियों का हावी होना अपनी कमजोरी होती है. तो क्या पार्टी संगठन ने इस पर काम किया है। अगर किया होता तो ऐसे हालात न होते, लेकिन निकट भविष्य में यह लड़ाई लंबी खिंचने वाली है. इतनी कम संख्या में प्रदेशाध्यक्ष के सामने हुए प्रदर्शन से तय हो गया कि कांग्रेस को उठने में अभी काफी समय लग सकता है, जबकि पुरानी साख पाने के लिए कांग्रेस में उपर से लेकर नीचे तक बड़े बदलाव की आवश्यकता है.
गौर हो कि बिलासपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में विधायक रामलाल ठाकुर के अलावा पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी, पूर्व विधायक तिलक राज शर्मा, पूर्व विधायक बाबू राम गौतम, कांग्रेस के विशेष आमंत्रित सदस्य सुरेश चंदेल भी अनुपस्थित थे. राजनीति में संख्या बल नेता का भविष्य तय करता है, लेकिन बिलासपुर जिला कार्यकारिणी में ही 147 पदाधिकारी हैं, जबकि सक्रिय कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की संख्या हजारों में है. इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक बंबर के समर्थकों का ज्यादा बोलबाला था, जबकि जिला कांग्रेस कार्यकारिणी हाशिए पर छटपटाती नजर आई. इस कार्यक्रम में पूर्व विधायक बंबर ठाकुर, डा. बीरू राम धीमान, जिला कांग्रेस अध्यक्षा अंजना धीमान, अभिशेक राणा मौजूद थे.
प्रदेश कांग्रेस कमेटी से पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर को नहीं था आमंत्रण
कांग्रेस कार्यकाल के पूर्व मंत्री व नयना देवी विस क्षेत्र के विधायक रामलाल ठाकुर का कहना है कि उन्हें इस कार्यक्रम को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से कोई भी जानकारी नहीं थी, बल्कि उन्हें इस कार्यक्रम को लेकर आमंत्रित तक भी नहीं किया गया था. ऐसे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करना कहीं न कहीं अंदरखाते कांग्रेस नेताओं का सही तालमेल न होना भी माना जा सकता है.