बिलासपुर: भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का ड्रीम प्रोजेक्ट का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा. लॉकडाउन और कर्फ्यू के चलते एम्स का निर्माण कार्य काफी समय से बंद पड़ा हुआ है. जो अब सरकारी मानकों को पूरा करने के बाद जल्द ही शुरू हो जाएगा.
बता दें कि निर्माणाधीन कंपनी ने उपायुक्त बिलासपुर राजेश्वर गोयल को इस संदर्भ में पत्र भी लिखा है और उसका जवाब देते हुए उपायुक्त ने कहा है कि दस्तावेजों का कार्य पूरा होने के बाद जल्द ही एम्स के निर्माण कार्य के को परमिशन दे दी जाएगी.
हिमाचल के बिलासपुर में 1350 करोड़ की लागत से बन रहे एम्स पर भी कोरोना वायरस और लॉकडाउन का गहरा असर पड़ा है. 24 मार्च की आधी रात से देश भर में लॉकडाउन लगाए जाने के बाद एम्स का निर्माण कार्य भी वहीं रुक गया.
03 अक्टूबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिलासपुर में एम्स की आधारशिला रखी थी. पहले 2019 में ओपीडी शुरू करने का प्लान था, लेकिन ओपीडी भवन पूरा न होने पर इसे जनवरी 2020 तक शुरू करने का निर्णय लिया गया इसके साथ ही जून 2020 तक एम्स में एमबीबीएस की 50 सीटों पर पढ़ाई करने का भी निर्णय लिया गया था, लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से ये काम भी लंबे समय तक लटक सकता है.
बता दें कि कोठीपुरा में 1347 बीघा जमीन बन रहे एम्स में 750 बिस्तर होंगे. 100 सीटें एमबीबीएस, 60 सीटें नर्सिंग और 15 ऑपरेशन थियेटर के अलावा, 20 स्पेशिएलिटी और सुपरस्पेशिएलिटी विभाग होंगे. 30 बिस्तर वाला आयुर्वेद विभाग भी होगा. एम्स बनने के बाद लोगों को इलाज के लिए चंडीगढ़ और शिमला नहीं जाने पड़ेगा.
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