ETV Bharat / state

भानुपल्ली बिलासपुर बैरी रेल लाइन: जगातखाना में 1900 मीटर लंबी टनल ब्रेक थ्रू, जानें हिमाचल के लिए क्यों खास है ये प्रोजेक्ट

भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइन एक मुख्य राष्ट्रीय प्रोजेक्ट है. उत्तर रेलवे ने भी इस परियोजना को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है. यह देश की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण रेल लाइन प्रोजेक्टों में शामिल है. इस रेल लाइन के शुरू होने से यहां पर तैनात देश की सेना को सबसे अधिक लाभ मिलेगा. बिलासपुर के जगातखाना में 1900 मीटर लंबी टनल नम्बर 13 के 150 मीटर हिस्से को ब्रेक थ्रू करने का काम किया है. नल 13 के ब्रेक थ्रू कार्यक्रम के दौरान रेलवे मार्ग निर्माण कम्पनी के इंजीनियर्स व कर्मचारी भी मौजूद रहे. इस दौरान रेलवे विकास निगम के संयुक्त महाप्रबन्धक अनमोल नागपाल ने कहा कि मार्च 2025 तक भानुपल्ली से बिलासपुर के बरमाणा तक रेल लाइन पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस प्रोजेक्ट पर सही समय पर कार्य चल रहा है. (Bhanupalli Bilaspur Barry Rail Line)

Tunnel break through in zakatkhana
भानुपल्ली बिलासपुर बैरी रेल लाइन जगातखाना में टनल हुई ब्रेक थ्रू
author img

By

Published : Nov 30, 2022, 5:05 PM IST

बिलासपुर: सामरिक व पर्यटन की दृष्टि से भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेलवे लाइन का काम तेजी के साथ चल रहा है. इसी के मद्देनजर बिलासपुर के जगातखाना में 1900 मीटर लंबी टनल नम्बर 13 के 150 मीटर हिस्से को ब्रेक थ्रू करने का काम किया है. रेलवे विकास निगम लिमिटेड के संयुक्त महाप्रबन्धक अनमोल नागपाल ने ब्रेक थ्रू किया है. गौरतलब है कि भानुपल्ली से बिलासपुर के बरमाणा तक 52 किलोमीटर रेलवे लाइन पर 07 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा, जिसमें 20 टनल व 26 बड़े पुलों का निर्माण किया जा रहा है. इसके साथ ही 7 रेलवे स्टेशन बनाये जाएंगे जिसमें बिलासपुर व बरमाणा मुख्य रेलवे स्टेशन होंगे. वहीं, टनल 13 के ब्रेक थ्रू कार्यक्रम के दौरान रेलवे मार्ग निर्माण कम्पनी के इंजीनियर्स व कर्मचारी भी मौजूद रहे और 150 मीटर टनल के दोनों छोरों को मिलते देखा. (Bhanupalli Bilaspur Barry Rail Line)

वहीं, रेलवे विकास निगम के संयुक्त महाप्रबन्धक अनमोल नागपाल ने कहा कि मार्च 2025 तक भानुपल्ली से बिलासपुर के बरमाणा तक रेल लाइन पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसको लेकर काफी तेजी के साथ काम चल रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस रेलवे प्रोजेक्ट्स में 20 टनल में से बिलासपुर तक 16 पर काम जारी है और 20 किलोमीटर के दायरे में 07 टनल का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही 26 ब्रिजों में से 12 का काम चल रहा है और अन्य पर टेंडर इनवाइट किये गए हैं, जिसपर जल्द काम शुरू कर तय समय पर पूरा कर लिया जाएगा. वहीं, अनमोल नागपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पहाड़ी राज्य है और इसकी भौगोलिक स्थित काफी भिन्न है. इसलिए टनल का निर्माण करना एक चुनौती भरा काम है, जिसे बखूबी निभाया जा रहा है. (Tunnel break through in zakatkhana)

वीडियो.

देश के दो मुख्य राष्ट्रीय प्रोजेक्टों में है यह रेल लाइन: भानुपल्ली बिलासपुर बैरी रेल लाइन और उदयपुर श्रीनगर बारामूला दोनों परियोजनाएं राष्ट्रीय प्रोजेक्टों में शामिल है. उत्तर रेलवे ने भी इस परियोजना को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है. यह देश की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण रेल लाइन प्रोजेक्टों में शामिल है. इस रेल लाइन के शुरू होने से यहां पर तैनात देश की सेना को सबसे अधिक लाभ मिलेगा. क्योंकि सेना को अपना महत्वपूर्ण सामान पहुंचाने व ले जाने के लिए यह वरदान साबित होगी.

भानुपल्ली बिलासपुर लेह रेल लाइन: बता दें कि भानुपल्ली बिलासपुर लेह रेल लाइन का प्रस्तावित खर्च 83,360 करोड़ रुपये है. यह 465 किलोमीटर लंबी लाइन होगी. प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद दुनिया की यह सबसे उंची लाइन होगी. निर्माण के बाद इस लाइन की उंचाई समुद्री सतह से 5360 मीटर होगी. थोड़ी-बहुत इसकी बराबरी क्विंघाई तिब्बत रेल लाइन से कर सकते हैं. क्योंकि चीन स्थित यह लाइन भी समुद्री सतह से 2 हजार मीटर की उंचाई पर है. (Railway projects in himachal )

जानकारी के अनुसार इस रेल लाइन में 30 स्टेशन होगी. बिलासपुर से लेह को जोड़ने वाली यह लाइन सुंदरनगर मंडी मनाली केलांग कोकसर दर्चा उपशी और कारू से गुजरेगी. सभी स्टेशन हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर के होंगे. इस रेल लाइन से सुरक्षा बलों को काफी मदद मिलेगी. साथ ही लद्दाख क्षेत्र में पर्यटन बढ़ने के इलाके का तीव्र विकास भी होगा. 465 किलोमीटर लंबी इस लाइन का 52 फीसदी हिस्सा सुरंग से होकर गुजरेगा. इसमें लंबा सुरंग 27 किलोमीटर का होगा. सुरंग के अंदर से कुल 244 किलोमीटर लाइन गुजरेगी. पहले फेज में सर्वे के मुताबिक 74 सुरंग 124 बड़े पुल और 396 पुलिया बनेगी.

ये भी पढ़ें: भानुपल्ली बिलासपुर बैरी बरमाणा ब्रॉडगेज रेलवे लाइन के चौथे चरण के एफसीए केस को मिली सैद्धांतिक मंजूरी

बिलासपुर: सामरिक व पर्यटन की दृष्टि से भानुपल्ली-बिलासपुर-लेह रेलवे लाइन का काम तेजी के साथ चल रहा है. इसी के मद्देनजर बिलासपुर के जगातखाना में 1900 मीटर लंबी टनल नम्बर 13 के 150 मीटर हिस्से को ब्रेक थ्रू करने का काम किया है. रेलवे विकास निगम लिमिटेड के संयुक्त महाप्रबन्धक अनमोल नागपाल ने ब्रेक थ्रू किया है. गौरतलब है कि भानुपल्ली से बिलासपुर के बरमाणा तक 52 किलोमीटर रेलवे लाइन पर 07 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा, जिसमें 20 टनल व 26 बड़े पुलों का निर्माण किया जा रहा है. इसके साथ ही 7 रेलवे स्टेशन बनाये जाएंगे जिसमें बिलासपुर व बरमाणा मुख्य रेलवे स्टेशन होंगे. वहीं, टनल 13 के ब्रेक थ्रू कार्यक्रम के दौरान रेलवे मार्ग निर्माण कम्पनी के इंजीनियर्स व कर्मचारी भी मौजूद रहे और 150 मीटर टनल के दोनों छोरों को मिलते देखा. (Bhanupalli Bilaspur Barry Rail Line)

वहीं, रेलवे विकास निगम के संयुक्त महाप्रबन्धक अनमोल नागपाल ने कहा कि मार्च 2025 तक भानुपल्ली से बिलासपुर के बरमाणा तक रेल लाइन पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसको लेकर काफी तेजी के साथ काम चल रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस रेलवे प्रोजेक्ट्स में 20 टनल में से बिलासपुर तक 16 पर काम जारी है और 20 किलोमीटर के दायरे में 07 टनल का काम पूरा हो चुका है. इसके साथ ही 26 ब्रिजों में से 12 का काम चल रहा है और अन्य पर टेंडर इनवाइट किये गए हैं, जिसपर जल्द काम शुरू कर तय समय पर पूरा कर लिया जाएगा. वहीं, अनमोल नागपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पहाड़ी राज्य है और इसकी भौगोलिक स्थित काफी भिन्न है. इसलिए टनल का निर्माण करना एक चुनौती भरा काम है, जिसे बखूबी निभाया जा रहा है. (Tunnel break through in zakatkhana)

वीडियो.

देश के दो मुख्य राष्ट्रीय प्रोजेक्टों में है यह रेल लाइन: भानुपल्ली बिलासपुर बैरी रेल लाइन और उदयपुर श्रीनगर बारामूला दोनों परियोजनाएं राष्ट्रीय प्रोजेक्टों में शामिल है. उत्तर रेलवे ने भी इस परियोजना को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है. यह देश की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण रेल लाइन प्रोजेक्टों में शामिल है. इस रेल लाइन के शुरू होने से यहां पर तैनात देश की सेना को सबसे अधिक लाभ मिलेगा. क्योंकि सेना को अपना महत्वपूर्ण सामान पहुंचाने व ले जाने के लिए यह वरदान साबित होगी.

भानुपल्ली बिलासपुर लेह रेल लाइन: बता दें कि भानुपल्ली बिलासपुर लेह रेल लाइन का प्रस्तावित खर्च 83,360 करोड़ रुपये है. यह 465 किलोमीटर लंबी लाइन होगी. प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद दुनिया की यह सबसे उंची लाइन होगी. निर्माण के बाद इस लाइन की उंचाई समुद्री सतह से 5360 मीटर होगी. थोड़ी-बहुत इसकी बराबरी क्विंघाई तिब्बत रेल लाइन से कर सकते हैं. क्योंकि चीन स्थित यह लाइन भी समुद्री सतह से 2 हजार मीटर की उंचाई पर है. (Railway projects in himachal )

जानकारी के अनुसार इस रेल लाइन में 30 स्टेशन होगी. बिलासपुर से लेह को जोड़ने वाली यह लाइन सुंदरनगर मंडी मनाली केलांग कोकसर दर्चा उपशी और कारू से गुजरेगी. सभी स्टेशन हिमाचल प्रदेश और जम्मू और कश्मीर के होंगे. इस रेल लाइन से सुरक्षा बलों को काफी मदद मिलेगी. साथ ही लद्दाख क्षेत्र में पर्यटन बढ़ने के इलाके का तीव्र विकास भी होगा. 465 किलोमीटर लंबी इस लाइन का 52 फीसदी हिस्सा सुरंग से होकर गुजरेगा. इसमें लंबा सुरंग 27 किलोमीटर का होगा. सुरंग के अंदर से कुल 244 किलोमीटर लाइन गुजरेगी. पहले फेज में सर्वे के मुताबिक 74 सुरंग 124 बड़े पुल और 396 पुलिया बनेगी.

ये भी पढ़ें: भानुपल्ली बिलासपुर बैरी बरमाणा ब्रॉडगेज रेलवे लाइन के चौथे चरण के एफसीए केस को मिली सैद्धांतिक मंजूरी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.