ETV Bharat / state

हिमाचल प्रदेश में मत्स्य आखेट से हटा प्रतिबंध, मछलियों के प्रजनन में बढ़ौतरी करने के लिए लगी थी रोक

1 जून से 31 जुलाई तक मछलियों के शिकार पर प्रतिबंध मत्स्य विभाग ने लगाया था जिसका मुख्य उद्देश्य मछलियों के प्रजनन में बढ़ौतरी करना था, लेकिन वास्तव में मॉनसून के हिमाचल प्रदेश में देरी से सक्रिय होने के चलते इस समयावधी को 15 अगस्त तक मछलियों के प्रजनन के प्रति बढ़ा दिया गया था. उन्होंने कहा अब प्रदेश भर में मछुआरे मत्स्य आखेट शुरू कर सकते हैं.

हिमाचल प्रदेश में मत्स्य आखेट से हटा प्रतिबंध
author img

By

Published : Aug 15, 2019, 6:07 PM IST

बिलासपुर: जिला में स्थित मत्स्य विभाग के निदेशक सतपाल मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश में गुरुवार से मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध हटा लिया गया है. उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के जलाशयों एवं नदियों में मछलियों का शिकार शुरू हो जाएगा.

हिमाचल प्रदेश में मत्स्य आखेट से हटा प्रतिबंध

1 जून से 31 जुलाई तक मछलियों के शिकार पर प्रतिबंध मत्स्य विभाग ने लगाया था जिसका मुख्य उद्देश्य मछलियों के प्रजनन में बढ़ौतरी करना था, लेकिन वास्तव में मॉनसून के हिमाचल प्रदेश में देरी से सक्रिय होने के चलते इस समयावधी को 15 अगस्त तक मछलियों के प्रजनन के प्रति बढ़ा दिया गया था. उन्होंने कहा अब प्रदेश भर में मछुआरे मत्स्य आखेट शुरू कर देंगे. उन्होंने यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश के जलाशयों गोविन्द सागर झील, पौंग डैम, कोल डैम सहित सम्पूर्ण जलाशयों में अब मछुवारे मत्स्य आखेट से अपनी आजीविका चला सकेंगे.

ये भी पढ़ें- हमीरपुर में टीबी के 5 नए मामले आए सामने, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप

बिलासपुर: जिला में स्थित मत्स्य विभाग के निदेशक सतपाल मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश में गुरुवार से मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध हटा लिया गया है. उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के जलाशयों एवं नदियों में मछलियों का शिकार शुरू हो जाएगा.

हिमाचल प्रदेश में मत्स्य आखेट से हटा प्रतिबंध

1 जून से 31 जुलाई तक मछलियों के शिकार पर प्रतिबंध मत्स्य विभाग ने लगाया था जिसका मुख्य उद्देश्य मछलियों के प्रजनन में बढ़ौतरी करना था, लेकिन वास्तव में मॉनसून के हिमाचल प्रदेश में देरी से सक्रिय होने के चलते इस समयावधी को 15 अगस्त तक मछलियों के प्रजनन के प्रति बढ़ा दिया गया था. उन्होंने कहा अब प्रदेश भर में मछुआरे मत्स्य आखेट शुरू कर देंगे. उन्होंने यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश के जलाशयों गोविन्द सागर झील, पौंग डैम, कोल डैम सहित सम्पूर्ण जलाशयों में अब मछुवारे मत्स्य आखेट से अपनी आजीविका चला सकेंगे.

ये भी पढ़ें- हमीरपुर में टीबी के 5 नए मामले आए सामने, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप

Intro:लोकेशन - बिलासपुर।

स्लग -हिमाचल प्रदेश में आज मत्स्य आखेट पर से हटा प्रतिबंध ,प्रदेश भर के जलाशयों एवं नदियों में आरम्भ हो जाएगा मछलियों का शिकार ,1 जून से 31 जुलाई तक लगा था मछलियों के शिकार पर प्रतिबंध लेकिन मॉनसून के हिमाचल प्रदेश में देरी से सक्रिय होने के चलते 15 अगस्त तक मछलियों के प्रजनन के प्रति बढ़ा दी गई थी समयावधी। Body:BYte vishulConclusion:लोकेशन - बिलासपुर।

स्लग -हिमाचल प्रदेश में आज मत्स्य आखेट पर से हटा प्रतिबंध ,प्रदेश भर के जलाशयों एवं नदियों में आरम्भ हो जाएगा मछलियों का शिकार ,1 जून से 31 जुलाई तक लगा था मछलियों के शिकार पर प्रतिबंध लेकिन मॉनसून के हिमाचल प्रदेश में देरी से सक्रिय होने के चलते 15 अगस्त तक मछलियों के प्रजनन के प्रति बढ़ा दी गई थी समयावधी।


ऐ /आई -बिलासपुर में स्थित मत्स्य निदेशालय व गोविन्द सागर झील के विभिन्न प्रकार के दृश्य।

वी /ओ - बिलासपुर में स्थित मत्स्य विभाग के निदेशक सतपाल मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश में आज से मत्स्य आखेट पर प्रतिबंध हटा लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश भर के जलाशयों एवं नदियों में मछलियों का शिकार आरम्भ हो जाएगा। 1 जून से 31 जुलाई तक मछलियों के शिकार पर प्रतिबंध मत्स्य विभाग ने लगाया था जिसका मुख्य उद्देश्य मछलियों के प्रजनन में बढ़ौतरी करना था। लेकिन वास्तव में मॉनसून के हिमाचल प्रदेश में देरी से सक्रिय होने के चलते इस समयावधी को 15 अगस्त तक मछलियों के प्रजनन के प्रति बढ़ा दिया गया था। उन्होंने कहा अब प्रदेश भर में मछुवारे मत्स्य आखेट आरम्भ कर देंगें। उन्होंने यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश के जलाशयों गोविन्द सागर झील ,पौंग डैम ,कॉल डैम सहित सम्पूर्ण जलाशयों में अब मछुवारे मत्स्य आखेट से अपनी आजीविका चला सकेंगे।

फीडबैक -
(1)-सतपाल मेहता ,निदेशक मत्स्य विभाग हिमाचल प्रदेश। (बाइट )
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.