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वाल्मीकि जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा, अमृतसर से लाई गयी पावन जोत का भक्तों ने किया दर्शन

महर्षि वाल्मिकी प्रकाश पर्व पर तीन दिवसीय कार्यक्रम में शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया. कार्यक्रम के अंतिम दिन सदर विधायक सुभाष ठाकुर मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत करेंगे.

महर्षि वाल्मिकी प्रकाश पर्व पर तीन दिवसीय कार्यक्रम में शोभायात्रा का आयोजन
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Published : Oct 11, 2019, 11:19 PM IST

बिलासपुर: शहर में महर्षि वाल्मिकी प्रकाश पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. डियारा सेक्टर में स्थित महर्षि वाल्मिकी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. तीन दिवसीय कार्यक्रम में शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया है, जिसमें महर्षि वाल्मिकी के प्रेरणादायक प्रसंगों पर आकर्षक झांकियां निकाली जाएगी.

वाल्मिकी प्रकाश पर्व पर शुक्रवार को निकाली गई शोभायात्रा में भक्त ढोल नगाड़ों की थाप खूब थिरकते हुए नजर आए. शोभायात्रा वाल्मीकि मंदिर डियारा सेक्टर से शुरू होकर पूरे शहर की परिक्रमा के बाद वापस मंदिर पहुंची. इस दौरान सैकड़ों की तादाद में मौजूद लोगों ने झांकियों का दर्शन कर महर्षि वाल्मिकी का आशीर्वाद प्राप्त किया. शोभायात्रा में भक्तों के दर्शन के लिए पहली बार अमृतसर से महर्षि वाल्मिकी तीर्थ से पावन जोत को लाया गया था.

वीडियो.

समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि तीन दिवसीय पर्व पर सुंदर झांकियां निकाली गई हैं, जिनमें प्रथम झांकी अश्वमेघ यत्र में लव-कुश द्वारा पकड़ा गया घोड़ा, दूसरी झांकी में लव-कुश संग वाल्मीकि कुटिया में सीता मां और तीसरी झांकी में हनुमान को लव-कुश द्वारा बंदी बनाए गया है. शोभायात्रा के वापस मंदिर पहुंचने पर भगवान की आरती कर भक्तजनों को प्रसाद बाटा गया.

वाल्मीकि सभा बिलासपुर के प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार को रात नौ बजे सत्संग होगा और रविवार को प्रभात फेरी के बाद धर्म ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. साथ ही उन्होंने सभी शहरवासियों से इस धार्मिक समागम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की है.

बिलासपुर: शहर में महर्षि वाल्मिकी प्रकाश पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. डियारा सेक्टर में स्थित महर्षि वाल्मिकी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. तीन दिवसीय कार्यक्रम में शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया है, जिसमें महर्षि वाल्मिकी के प्रेरणादायक प्रसंगों पर आकर्षक झांकियां निकाली जाएगी.

वाल्मिकी प्रकाश पर्व पर शुक्रवार को निकाली गई शोभायात्रा में भक्त ढोल नगाड़ों की थाप खूब थिरकते हुए नजर आए. शोभायात्रा वाल्मीकि मंदिर डियारा सेक्टर से शुरू होकर पूरे शहर की परिक्रमा के बाद वापस मंदिर पहुंची. इस दौरान सैकड़ों की तादाद में मौजूद लोगों ने झांकियों का दर्शन कर महर्षि वाल्मिकी का आशीर्वाद प्राप्त किया. शोभायात्रा में भक्तों के दर्शन के लिए पहली बार अमृतसर से महर्षि वाल्मिकी तीर्थ से पावन जोत को लाया गया था.

वीडियो.

समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि तीन दिवसीय पर्व पर सुंदर झांकियां निकाली गई हैं, जिनमें प्रथम झांकी अश्वमेघ यत्र में लव-कुश द्वारा पकड़ा गया घोड़ा, दूसरी झांकी में लव-कुश संग वाल्मीकि कुटिया में सीता मां और तीसरी झांकी में हनुमान को लव-कुश द्वारा बंदी बनाए गया है. शोभायात्रा के वापस मंदिर पहुंचने पर भगवान की आरती कर भक्तजनों को प्रसाद बाटा गया.

वाल्मीकि सभा बिलासपुर के प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार को रात नौ बजे सत्संग होगा और रविवार को प्रभात फेरी के बाद धर्म ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. साथ ही उन्होंने सभी शहरवासियों से इस धार्मिक समागम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की है.

Intro:वाल्मीकि जयंती को लेकर निकाली झांकी

बिलासपुर में महर्षि बाल्मिकी प्रकाश पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। नगर के डियारा सेक्टर में स्थित महर्षि बाल्मिकी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। आदि धर्म समाज के बैनर तले चल रहे तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया गया। जिसमें महर्षि बाल्मिकी जी के संग जुड़े प्रेरणादायक प्रसंगों पर आकर्षक
झांकियां निकाली गई। ढोल नगाड़ों की थाप पर भक्तों ने जमकर नृत्य किया। शोभायात्रा वाल्मीकि मंदिर डियारा सेक्टर से शुरू हुई तथा पूरे नगर की
परिक्रमा कर वापिस मंदिर पंहुची। इस दौरान सैंकड़ों लोगों ने झांकियों का अवलोकन किया तथा महर्षि बाल्मिकी जी का आशीर्वाद प्राप्त किया। शोभायात्रा में पहली बार अमृतसर (पंजाब) में स्थित महर्षि बाल्मिकी तीर्थ से लाई गई पावन जोत को शोभायात्रा में शामिल किया गया तथा भक्तों ने इस पावन जोत के दर्शन कर पुण्य कमाया। इस आयोजन से पूरा शहर बाल्मिकीमय हो गया।
Body:समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार इस मौके पर सुंदर झांकियां निकाली गई है। जिनमें प्रथम झांकी अश्वमेघ यत्र के दौरान लव-कुश द्वारा पकड़ा गया
घोड़ा, दूसरी झांकी लव-कुश संग वाल्मीकि कुटिया में सीता मां और तीसरी झांकी में लव-कुश द्वारा बंदी बनाए गए हनुमान। वहीं, इन तीन भगवान रूपी झांकियों को संजय कंडेरा और सहयोगियों द्वारा तैयार करवाया गया है। शोभायात्रा के वापिस मंदिर पहुंचने पर आयोजकों द्वारा भगवान की आरती कर भक्तजनों को प्रसाद बांटा गया। उधर, वाल्मीकि सभा बिलासपुर के प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार को रात नौ बजे सत्संग होगा जबकि रविवार
को प्रभात फेरी के बाद धर्म ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में शाम को चार बजे से भगवान बाल्मिकी जी का अटूट भंडारा आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में सदर विधायक सुभाष ठाकुर बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। उन्होंने समस्त नगरवासियों और धर्मप्रेमियों से आग्रह किया है कि वे इस धार्मिक समागम में बढ़चढ़ कर भाग लें।Conclusion:
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