बिलासपुर: शहर में महर्षि वाल्मिकी प्रकाश पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. डियारा सेक्टर में स्थित महर्षि वाल्मिकी मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. तीन दिवसीय कार्यक्रम में शोभायात्रा का आयोजन भी किया गया है, जिसमें महर्षि वाल्मिकी के प्रेरणादायक प्रसंगों पर आकर्षक झांकियां निकाली जाएगी.
वाल्मिकी प्रकाश पर्व पर शुक्रवार को निकाली गई शोभायात्रा में भक्त ढोल नगाड़ों की थाप खूब थिरकते हुए नजर आए. शोभायात्रा वाल्मीकि मंदिर डियारा सेक्टर से शुरू होकर पूरे शहर की परिक्रमा के बाद वापस मंदिर पहुंची. इस दौरान सैकड़ों की तादाद में मौजूद लोगों ने झांकियों का दर्शन कर महर्षि वाल्मिकी का आशीर्वाद प्राप्त किया. शोभायात्रा में भक्तों के दर्शन के लिए पहली बार अमृतसर से महर्षि वाल्मिकी तीर्थ से पावन जोत को लाया गया था.
समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि तीन दिवसीय पर्व पर सुंदर झांकियां निकाली गई हैं, जिनमें प्रथम झांकी अश्वमेघ यत्र में लव-कुश द्वारा पकड़ा गया घोड़ा, दूसरी झांकी में लव-कुश संग वाल्मीकि कुटिया में सीता मां और तीसरी झांकी में हनुमान को लव-कुश द्वारा बंदी बनाए गया है. शोभायात्रा के वापस मंदिर पहुंचने पर भगवान की आरती कर भक्तजनों को प्रसाद बाटा गया.
वाल्मीकि सभा बिलासपुर के प्रधान अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार को रात नौ बजे सत्संग होगा और रविवार को प्रभात फेरी के बाद धर्म ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. साथ ही उन्होंने सभी शहरवासियों से इस धार्मिक समागम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की है.