बिलासपुर: प्रदेश में कोरोना एक्टिव केस फाइडिंग अभियान के तहत जिला बिलासपुर ने शत प्रतिशत घरों को कवर कर लिया गया है. उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने प्रेस वार्ता में इस बात की जानकारी दी. उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बताया कि एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान के तहत लोगों से उनके घरों में संपर्क स्थापित कर कोविड-19 के बारे में स्क्रनिंग की गई और आवश्यक जानकारी जुटाई गई.
उपायुक्त राजेश्वर गोयल ने बताया कि इस दौरान कुछ लोगों में साधारण फ्लू के लक्षण पाए गए, जिनकी निगरानी की जा रही थी. इन लोगों में करीब 370 ठीक हो गए हैं और अन्य की ट्रैकिंग व मॉनिटरिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने लोगों को कोरोना वायरस के बारे में भी जागरूक किया.
डीसी ने बताया कि जिला में कानून व्यवस्था बेहतर है. सभी लोग कर्फ्यू की अनुपालना करने में सहयोग कर रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्ण रूप से कर्फ्यू और उचित सामाजिक दूरी का पालन किया जा रहा है. डीसी ने शहरों के लोगों से भी कर्फ्यू में ढील के दौरान उचित दूरी बनाए रखने का आग्रह किया.
राजेश्वर गोयल ने कहा कि अभी तक जिला बिलासपुर से छह सैंपल कोरोना वायरस के टेस्टिंग के लिए आईजीएमसी शिमला भेजे गए हैं और सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है. जिला में विदेश से लौटे 43 लोगों को 28 दिन के क्वारंटाइन में रखा गया है. डीसी ने लोगों को निर्देश देते हुए कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है.
दवाइयां, फेस मास्क और सेनिटाइजर पर्याप्त मात्रा में जिला प्रशासन के पास उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हैं. बता दें कि जिला बिलासपुर से अब तक कोरोना वायरस का कोई भी मामला पॉजिटिव नहीं पाया गया है.
उपायुक्त ने बताया कि जिला में विभिन्न स्थानों पर 13 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं, जिनमें 519 लोगों को ठहराया गया है. क्वारंटाइन सेंटर पर सारी सुविधाएं दी जा रही है. जिला में सभी जरूरतमंदों को जिला प्रशासन, रेड क्रॉस, स्वयंसेवी संस्थाओं, प्रेस क्लब द्वारा खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाई जा रही है. डीसी ने जरूरतमंदों से जिला प्रशासन द्वारा दी जा रही सभी आवश्यक सुविधाओं का पूरा लाभ उठाने का आग्रह किया. इन सुविधाओं में राशन के साथ-साथ दवाइयों की होम डिलीवरी भी शामिल है.
डीसी ने बताया कि खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से गांव तक ट्रकों के माध्यम से आवश्यक राशन की आपूर्ति पहुंचाई जा रही है, ताकि लोगों को उचित मूल्य की दुकानों तक न आना पड़े. उन्होंने संकट की घड़ी में सरकार और प्रशासन का सहयोग करने वाले लोगों का आभार भी जताया.
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