ऊना: क्षेत्रीय अस्तपाल ऊना में युवक की मौत को लेकर शुक्रवार को परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया, जिससे अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में माहौल तनावपूर्ण हो गया. परिजनों की मानें तो उनके 21 वर्षीय बेटे को गले में दर्द और सांस लेने में तकलीफ थी जिसके चलते वह उसे ऊना अस्पताल में लेकर पहुंचे थे. मृतक युवक अमरीक सिंह पुत्र गुरमेल सिंह निवासी बंगाणा जिला ऊना का रहने वाला था.
क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचे अमरीक के मामा सुखदेव ने बताया कि अमरीक सिंह की शुक्रवार सुबह तबीयत बिगड़ी, जिसके बाद उसे क्षेत्रीय अस्तपाल ऊना के एमरजेंसी वॉर्ड में भर्ती करवाया गया. अस्पताल के स्टाफ ने उसका इलाज किया और इमरजेंसी वॉर्ड से सामान्य वॉर्ड में ये कहकर शिफ्ट कर दिया कि अब युवक की तबीयत दुरुस्त है.
जब मेडिकल वॉर्ड में उसे दाखिल किया गया तो अमरीक सिंह बेसुध था. वॉर्ड में राउंड पर आए चिकित्सक ने भी उसे चेकअप करते हुए यह कहा कि इसे नींद का इंजेक्शन दिया हुआ है. वहीं, थोड़ी देर के बाद युवक की मौत हो गई. परिजन अमरीक की मौत का कारण अस्पताल की लापरवाही को बता रहे हैं. परिजनों का कहना है कि जब अमरीक की हालत इतनी ज्यादा खराब थी तो अस्पताल में डॉक्टर्स ने उसे पीजीआई रेफर क्यों नहीं किया. उन्होंने कहा कि पीजीआई में उनके बेटे की जान बच सकती थी. ऐसे में परिजनों ने प्रशासन से मामले में जांच की मांग की है.
सीएमओ रमन कुमार ने बताया कि एक मरीज अस्पताल में शुक्रवार को भर्ती हुआ था. अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें सामान्य वॉर्ड में शिफ्ट किया था. उन्होंने कहा कि कुछ देर बाद मरीज की मौत हो गई. फिलहाल मौत के कारणों का पता लगाया जाएगा. इसके साथ ही लापरवाही होने पर उचित कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस अधिकारी गौरव भारद्वाज ने बताया कि एक युवक की क्षेत्रीय अस्तपाल ऊना में इलाज के दौरान मौत हो गई. उन्होंने युवक के परिजनों को मामला दर्ज करवाने को कहा है. मामला दर्ज होने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी.